Parenting Tips: बच्चों का पढ़ाई से भटक रहा है मन, तो पेरेंट्स आज ही छोड़ें ये आदतें
By: Team Aapkisaheli | Posted: 24 Nov, 2025
कई बार ऐसा होता है कि बच्चों का मन पढ़ाई लिखाई में नहीं लगता है और उनका मन भटकने लगता है। पढ़ाई में बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए पेरेंट्स को कुछ काम करना चाहिए। अगर पढ़ाई से बच्चों का मन भटक रहा है तो पेरेंट्स को अपनी कुछ आदतों पर कंट्रोल करना चाहिए। क्योंकि बच्चे प्रेशर के कारण गलत रास्ता भी अपना लेते हैं। पेरेंट्स को पढ़ाई के तरीके को और भी रोचक बनाना चाहिए ताकि बच्चे रुचि ले।
अधिक दबाव डालनापेरेंट्स की एक आम आदत है कि वे अपने बच्चों पर अधिक दबाव डालते हैं। वे चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ाई में अव्वल हो, लेकिन इससे बच्चे पर दबाव बढ़ता है और उनका मन पढ़ाई से भटकने लगता है। बच्चे को लगता है कि वे पेरेंट्स की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास कम होता है और वे पढ़ाई में रुचि खोने लगते हैं।
तुलना करनापेरेंट्स अक्सर अपने बच्चों की तुलना दूसरों के बच्चों से करते हैं। इससे बच्चे को लगता है कि वे कमतर हैं और उनकी क्षमताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। बच्चे का मन पढ़ाई से भटकने लगता है और वे अपने आप को दूसरों से कम आंकने लगते हैं।
पढ़ाई के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोणपेरेंट्स का पढ़ाई के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण भी बच्चों को प्रभावित करता है। यदि पेरेंट्स पढ़ाई को एक बोझ के रूप में देखते हैं और हमेशा इसके बारे में नकारात्मक बातें करते हैं, तो बच्चे भी पढ़ाई को एक बोझ समझने लगते हैं और उनका मन पढ़ाई से भटकने लगता है।
समय नहीं देनापेरेंट्स का अपने बच्चों को समय नहीं देना भी एक बड़ा कारण है। बच्चे जब अपने पेरेंट्स के साथ समय बिताना चाहते हैं और अपनी समस्याओं को साझा करना चाहते हैं, तो पेरेंट्स उन्हें टाल देते हैं। इससे बच्चे को लगता है कि पेरेंट्स उनकी परवाह नहीं करते हैं और वे पढ़ाई में रुचि खोने लगते हैं।
अनुशासन की कमीपेरेंट्स का अनुशासनहीन होना भी बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है। यदि पेरेंट्स अपने बच्चों के लिए नियम नहीं बनाते हैं और उनका पालन नहीं करवाते हैं, तो बच्चे अनुशासनहीन हो जाते हैं और उनका मन पढ़ाई से भटकने लगता है।
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