छोटे भाई बहन से चिढ़ता है बच्चा, तो इस तरह रिश्ते को बनाएं स्ट्रांग
By: Team Aapkisaheli | Posted: 06 Oct, 2025
बच्चे अक्सर अपने छोटे भाई-बहनों से चिढ़ते हैं, जो एक आम बात है। बड़े भाई-बहन अपने छोटे भाई-बहनों को परेशान करना या उनसे चिढ़ना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, लेकिन यह व्यवहार कभी-कभी उनके रिश्तों में खटास पैदा कर सकता है। बड़े भाई-बहनों को यह समझना चाहिए कि छोटे बच्चे सीखने की प्रक्रिया में होते हैं और उनकी गलतियों से सीखने का मौका देना चाहिए। घर में एक सकारात्मक और सहायक वातावरण बनाने से भाई-बहनों के बीच प्यार और समझ बढ़ती है, जो उनके भविष्य के रिश्तों के लिए भी फायदेमंद होता है।
प्यार और समझ दिखानाजब बच्चे अपने छोटे भाई-बहनों से चिढ़ते हैं, तो यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें प्यार और समझ के साथ संभाला जाए। बड़े भाई-बहनों को यह समझाना चाहिए कि छोटे भाई-बहन उनकी गलतियों से सीखते हैं और उन्हें प्यार और समर्थन की जरूरत होती है। जब बड़े भाई-बहन अपने छोटे भाई-बहनों के प्रति सहानुभूति और प्यार दिखाते हैं, तो इससे उनके बीच एक मजबूत बंधन बनता है। यह जरूरी है कि बड़े भाई-बहन अपने छोटे भाई-बहनों की भावनाओं को समझें और उनके साथ धैर्य और सहानुभूति के साथ पेश आएं।
गतिविधियों में शामिल होना बड़े भाई-बहन अपने छोटे भाई-बहनों के साथ साझा गतिविधियों में शामिल होकर उनके साथ अपने रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं। खेल, पढ़ाई, या कोई कला और शिल्प जैसे गतिविधियों में साथ समय बिताने से भाई-बहनों के बीच एक अच्छा बंधन बनता है। जब बड़े भाई-बहन अपने छोटे भाई-बहनों के साथ मस्ती करते हैं और उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताते हैं, तो इससे उनके बीच की दूरी कम होती है और प्यार बढ़ता है। इससे छोटे भाई-बहनों को भी अपने बड़े भाई-बहनों से सीखने और उनकी प्रशंसा करने का मौका मिलता है।
प्रशंसा और प्रोत्साहनबड़े भाई-बहनों को अपने छोटे भाई-बहनों की प्रशंसा और प्रोत्साहन करना चाहिए। जब छोटे भाई-बहन कुछ अच्छा करते हैं या कोई नई चीज सीखते हैं, तो उनकी प्रशंसा करने से उनके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। इससे उन्हें यह महसूस होता है कि उनके बड़े भाई-बहन उनकी परवाह करते हैं और उनकी सफलताओं को महत्व देते हैं। प्रशंसा और प्रोत्साहन से भाई-बहनों के बीच एक सकारात्मक वातावरण बनता है, जो उनके रिश्तों को और भी मजबूत बनाता है।
दोषारोपण से बचनाजब छोटे भाई-बहन कोई गलती करते हैं, तो बड़े भाई-बहनों को दोषारोपण करने से बचना चाहिए। इसके बजाय, उन्हें धैर्य और समझ के साथ उनकी गलतियों को सुधारने में मदद करनी चाहिए। दोषारोपण से भाई-बहनों के बीच तनाव और दूरी बढ़ सकती है, जबकि धैर्य और समर्थन से उनके रिश्ते में सुधार होता है। बड़े भाई-बहनों को यह समझना चाहिए कि छोटे भाई-बहन सीखने की प्रक्रिया में होते हैं और उनकी गलतियों से सीखने का मौका देना महत्वपूर्ण है।
समय बिताना और बात करनाबड़े भाई-बहनों को अपने छोटे भाई-बहनों के साथ नियमित रूप से समय बिताना चाहिए और उनके साथ खुलकर बात करनी चाहिए। इससे भाई-बहनों के बीच एक मजबूत और गहरा बंधन बनता है। समय बिताने से बड़े भाई-बहनों को अपने छोटे भाई-बहनों की जरूरतों और भावनाओं को समझने का मौका मिलता है, और छोटे भाई-बहनों को अपने बड़े भाई-बहनों से मार्गदर्शन और समर्थन मिलता है। बातचीत से भाई-बहनों के बीच विश्वास और समझ बढ़ती है, जो उनके रिश्तों को और भी मजबूत बनाती है।
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