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जमने के साथ ही खट्टी हो जाती है दही, तो करें ये काम

By: Team Aapkisaheli | Posted: 18 Sep, 2025

जमने के साथ ही खट्टी हो जाती है दही, तो करें ये काम
दही जमने के साथ ही खट्टी हो जाती है क्योंकि इसमें मौजूद बैक्टीरिया दूध की शर्करा को लैक्टिक एसिड में बदल देते हैं। यह प्रक्रिया दही जमने की प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब दूध में दही का जामन मिलाया जाता है, तो ये बैक्टीरिया सक्रिय होकर लैक्टोज को तोड़ने लगते हैं और लैक्टिक एसिड का उत्पादन करते हैं। लैक्टिक एसिड के कारण दही का स्वाद खट्टा हो जाता है और इसकी बनावट गाढ़ी हो जाती है। इन तरीकों को अपनाकर आप दही की खट्टीपन को प्रभावी ढंग से नियंत्रित कर सकते हैं और एक मलाईदार और हल्के स्वाद वाली दही प्राप्त कर सकते हैं।
कम तापमान पर जमाना
दही को खट्टी होने से बचाने के लिए इसे कम तापमान पर जमाना एक प्रभावी तरीका है। जब दही को कम तापमान पर जमाया जाता है, तो इसमें मौजूद बैक्टीरिया की सक्रियता धीमी हो जाती है, जिससे लैक्टिक एसिड का उत्पादन कम होता है और दही कम खट्टी होती है। इसके लिए दही को फ्रिज में जमाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। कम तापमान पर जमाने से दही की खट्टीपन को नियंत्रित किया जा सकता है और इसका स्वाद हल्का और मलाईदार बना रहता है।

जामन की मात्रा को नियंत्रित करना
दही जमाने के लिए उपयोग किए जाने वाले जामन की मात्रा को नियंत्रित करना भी दही की खट्टीपन को प्रभावित कर सकता है। यदि जामन की मात्रा कम होगी, तो बैक्टीरिया की सक्रियता भी कम होगी, जिससे लैक्टिक एसिड का उत्पादन कम होगा और दही कम खट्टी होगी। जामन की मात्रा को सही अनुपात में मिलाकर दही को जमाने से आप इसकी खट्टीपन को नियंत्रित कर सकते हैं और एक मलाईदार और हल्के स्वाद वाली दही प्राप्त कर सकते हैं।

जमने का समय कम करना

दही को खट्टी होने से बचाने के लिए जमने का समय कम करना भी एक महत्वपूर्ण तरीका है। जितना अधिक समय दही को जमने दिया जाएगा, उतनी ही अधिक लैक्टिक एसिड का उत्पादन होगा और दही खट्टी होगी। इसलिए, दही को निर्धारित समय पर जमने दें और इसे अधिक समय तक न छोड़ें। जमने का समय कम करने से दही की खट्टीपन को नियंत्रित किया जा सकता है और इसका स्वाद ताज़ा और मलाईदार बना रहता है।

दूध की गुणवत्ता और प्रकार
दूध की गुणवत्ता और प्रकार भी दही की खट्टीपन को प्रभावित कर सकते हैं। उच्च गुणवत्ता वाले दूध का उपयोग करने से दही की खट्टीपन को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, दूध के प्रकार, जैसे कि टोंड दूध या फुल क्रीम दूध, का चयन भी दही की खट्टीपन को प्रभावित कर सकता है। फुल क्रीम दूध से बनी दही अधिक मलाईदार और कम खट्टी हो सकती है। दूध की गुणवत्ता और प्रकार का सही चयन करके आप दही की खट्टीपन को नियंत्रित कर सकते हैं।

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