एक ही खुराक में खाँसी चलना बंद करता है यह उपाय, यहां पढ़ें
By: Team Aapkisaheli | Posted: 27 Dec, 2025
सर्दी, खांसी और जुकाम ये एक परिवार के रोग है और इनके दवाई ) भी लगभग एक
है। आइये देखते है आपके रसोई मे सर्दी, खांसी और जुखाम के लिए क्या क्या
दवाई है ,अदरक या सोंठ, अदरक को ही दूसरे नाम मे सोंठ कहते है, जब अदरक सूख
जाती है तो सोंठ बन जाती है। दूसरी सबसे बढ़िया औषधि हल्दी है, तीसरी सबसे
अच्छी औषधि सर्दी-खासी और जुखाम के लिए चूना है, चौथी दालचीनी है, पांचवी
सबसे प्रभावी किसमिस है। इसके साथ कुछ सहयोगी (Complementary) औषधि है जो
मुख्य (Main) औषधि के साथ मिश्रित करके उपयोग किया जाता है। वे है “काली
मिर्च, तुलसी का पत्ता, शहद ।
इनको लेने का तरीका :1. अदरक १० ग्राम और ८-१० काली मिर्च को एक गिलास पानी में उबालकर पिएं ।
2.
अदरक के रस के साथ तुलसी का रस मिला लीजिये और हल्का गरम करके शहद या गुड़
मिलाकर सुबह खाली पेट, दोपहर और शाम को एक चम्मच करके ले लीजिये।
3.
एक ग्लास देशी गाय के दूध मे चौथाई चम्मच हल्दी मिलाकर उसको कुछ देर उबाल
कर रात को सोते समय लेना है, अगर दूध उपलब्ध नही है तो पानी मे भी ले सकते
है। अगर आपको कच्ची हल्दी मिलजाए तो और भी अच्छा है, छोटे टुकड़े करके दूध
मे उबाल सकते है।
यह हल्दी टोन्सीलाईटिस (Tonsillitis) के भी सबसे
अच्छी दवाई है।बच्चो के टोन्सीलाईटिस का ऑपरेशन नही करवाना चाहिए –
टोन्सीलाईटिस अगर Chronic है यानि पुराना है तो हल्दी को सीधा इस्तेमाल
करना है, चम्मच मे आधा हल्दी भरके उसको मुह के अन्दर ले जा के हल्दी डाल
देना है फिर लार के साथ मिलके हल्दी अन्दर जाएगी, इस समय पानी नही देना है
एक घंटे तक। हफ्ते मे अगर आप दो या तीन दिन यह कर लिया, तो चौथे दिन बच्चे
के टोन्सीलाईटिस ठीक हो जाएगी। और टोन्सीलाईटिस अगर एक्यूट (Acute) है माने
हाल फ़िलहाल मे हुआ है तो आप दूध मे या पानी मे हल्दी मिलाके लीजिये।
गले
की खराश, या गले मे किसी भी प्रकार का इन्फेक्शन हो, गला बैठ गया है, पानी
पीने मे भी तकलीफ हो रही है, लार निकलने मे भी तकलीफ हो रही है, आवाज भरी
हो गयी है। इन सबके लिए एक ग्लास देशी गाय का दूध, एक चम्मच देशी गाय का घी
और चौथाई चम्मच हल्दी को मिलाकर कुछ देर उबालना है फिर उसको घूँट घूँट
करके शाम को एक बार चाय की तरह पीना है ।
दालचीनी पाउडर को शहद के साथ चाटने से कफ की खासी एक बार में ही चली जाती है,
अन्य कई प्रभावी नुस्खे हैं जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले होते हैं ।
गाय के घी को नाक में नस्य के रूप में लें ।
डा पीयूष त्रिवेदी एक्यूप्रेशर सेवा समिति जयपुर ।9828011871.
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