पेरेंट्स से इस वजह से झूठ बोलने लगते हैं बच्चे, बिगड़ जाती है आदत
By: Team Aapkisaheli | Posted: 03 July, 2025
बच्चों का पेरेंट्स से झूठ बोलना एक आम समस्या है जिसका सामना कई माता-पिता करते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि डर, सजा का भय, या अपने कार्यों के लिए जिम्मेदारी से बचने की कोशिश। बच्चे अक्सर झूठ बोलते हैं क्योंकि वे अपने माता-पिता की प्रतिक्रिया से डरते हैं या अपने कार्यों के परिणामों से बचना चाहते हैं। माता-पिता को अपने बच्चों के साथ खुलकर बात करनी चाहिए और उन्हें सिखाना चाहिए कि सच्चाई बोलना हमेशा बेहतर होता है। बच्चों को यह समझने में मदद करनी चाहिए कि झूठ बोलने से समस्याएं और बढ़ सकती हैं और विश्वास को नुकसान पहुंच सकता है।
डर और सजा का भयबच्चे अक्सर पेरेंट्स से झूठ बोलते हैं क्योंकि वे डरते हैं कि अगर वे सच बताएंगे तो उन्हें सजा मिलेगी। बच्चे अपने माता-पिता की प्रतिक्रिया से डरते हैं और सोचते हैं कि झूठ बोलने से वे सजा से बच सकते हैं। इससे बच्चे झूठ बोलने की आदत डाल लेते हैं और अपने माता-पिता के साथ खुलकर बात करने में हिचकिचाते हैं।
जिम्मेदारी से बचने की कोशिशबच्चे अक्सर पेरेंट्स से झूठ बोलते हैं क्योंकि वे अपने कार्यों के लिए जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं। बच्चे सोचते हैं कि झूठ बोलने से वे अपने कार्यों के परिणामों से बच सकते हैं और अपने माता-पिता की नाराजगी से बच सकते हैं। इससे बच्चे अपने कार्यों के लिए जिम्मेदारी नहीं लेते हैं और अपने माता-पिता के साथ अनबन पैदा कर सकते हैं।
माता-पिता की अपेक्षाओं को पूरा करने की कोशिशबच्चे अक्सर पेरेंट्स से झूठ बोलते हैं क्योंकि वे अपने माता-पिता की अपेक्षाओं को पूरा करना चाहते हैं। बच्चे सोचते हैं कि झूठ बोलने से वे अपने माता-पिता की अपेक्षाओं को पूरा कर सकते हैं और उनकी प्रशंसा प्राप्त कर सकते हैं। इससे बच्चे अपने माता-पिता की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए झूठ बोलने की आदत डाल लेते हैं।
आत्मविश्वास की कमीबच्चे अक्सर पेरेंट्स से झूठ बोलते हैं क्योंकि वे आत्मविश्वास की कमी महसूस करते हैं। बच्चे सोचते हैं कि झूठ बोलने से वे अपने माता-पिता के सामने अधिक आत्मविश्वासी दिख सकते हैं। इससे बच्चे अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए झूठ बोलने की आदत डाल लेते हैं।
माता-पिता के साथ संबंधों की कमीबच्चे अक्सर पेरेंट्स से झूठ बोलते हैं क्योंकि वे अपने माता-पिता के साथ संबंधों में कमी महसूस करते हैं। बच्चे सोचते हैं कि झूठ बोलने से वे अपने माता-पिता के साथ संबंधों को बेहतर बना सकते हैं। इससे बच्चे अपने माता-पिता के साथ खुलकर बात करने में हिचकिचाते हैं और झूठ बोलने की आदत डाल लेते हैं।
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