1 of 1 parts

महाशिवरात्रि की शायरी और शिव कथा के बारे में ...

By: Team Aapkisaheli | Posted: 11 Mar, 2021

महाशिवरात्रि की शायरी और शिव कथा के बारे में ...
महाशिवरात्रि हिंदुओं के प्रमुख त्योहार में से एक है। इस दिन सभी शिव भक्त शिवालयों में जाकर शिवलिंग का रुद्राभिषेक करते हैं और महादेव को भांग,धतूरा,और बेलपत्र अर्पण किया जाता है। किवदंतियों के अनुसार जो भी विवाहित दंपत्ति इस दिन पूरे विधि विधान से एक साथ पूजा करती है उसके जीवन में कभी कोई कष्ट नहीं आता। इस दिन सभी लोग देवों के देव महादेव के लिए उपासना रखते है, और अपनी श्रद्धा अनुसार दान करते है। तो चलिए जानते हैं महाशिवरात्रि मनाने का कारण और महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं और महाशिवरात्रि शायरी

महाशिवरात्रि क्यों मनाई जाती है?

महाशिवरात्रि मनाने का मुख्य कारण यह है कि इस दिन माता पार्वती और सृष्टि रचयिता भगवान शंकर का विवाह हुआ था। वही कुछ कहावतों के अनुसार आज ही दिन शंकर जी अपने शिवलिंग अवतार में अवतरित हुए थे। जिसके बाद से हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन शिव पूजन से न सिर्फ मनुष्य अपने पापों से मुक्त हो सकता है बल्कि उसे मनचाहा वरदान मिलता हैं। नियमानुसार पूजा से साधक के मन की बात भगवान शिव तक ज़रूर पहुंचती है। इस दिन व्रत और रात्रि जागरण से शिव प्रसन्न होते हैं और जीवन की बाधाओं को दूर करते हैं।

धार्मिक ग्रंथों में शिव की अनंत महिमाओं का वर्णन है, उनसे जुड़ी अनेकों कथाएं प्रचलित हैं, अनेक स्वरूप हैं। सभी हिंदू साधकों के लिए महाशिवरात्रि का पर्व विशेष महत्व रखता है। वही महान ज्ञानी आध्यात्मिक गुरुओं का मानना है कि महाशिवरात्रि एक ऐसा दिन है, जब प्रकृति मनुष्य को उसके आध्यात्मिक शिखर तक पहुंचाने में मदद करती है। हिंदुओं में इसे एक उत्सव की तरह मनाया जाता है, जो पूरी रात चलता है। यही वजह है कि इसे शिव की महारात्रि भी कहा जाता है। शिवरात्रि में शिव की आराधना और शिव स्तोत्र के मंत्रोच्चार से शिवालय गूंजायमान हो जाते है।

महाशिवरात्रि की कथा

महाशिवरात्रि की प्रचलित कथा में भागवत् पुराण के अनुसार समुद्र मंथन के समय वासुकी नाग के मुख में भयंकर विष की ज्वालाएं उठने लगी और और वह समुद्र में मिल कर विष का रूप धारण कर लिया। विष की आग की ज्वालाएं पूरे आकाश में फैलकर सारे जगत को जलाने लगी। इसके बाद सभी देवता, ऋषि-मुनि भगवान भोले शंकर के पास मदद के लिए गए। तब भगवान शिव ने उस विष को पी लिया। इसके बाद ही उनका नाम नीलकंठ पड़ गया। विष पीने से उनका कंठ पूरा नीला पड़ गया। विष की कड़वाहट को कम करने के लिए देवताओं ने रात भर शिव का गुणगान किया। वह महान रात्रि ही शिवरात्रि के नाम से जानी गई, और शिव के गले के विष को शांत करने लिए नपर बेलपत्र चढ़ाया गया।

महाशिवरात्रि में जरूर करें महामृत्युंजय मंत्र का जाप - Maha Mrityunjaya Mantra in Hindi

महामृत्युंजय मंत्र भगवान् शंकर के सबसे शक्तिशाली और प्रभावी मन्त्रों में से एक है। नियमित इस मंत्र के जाप से जीवन में सुख शांति आती है और सभी बढ़ाएं हमेशा के लिए दूर हो जाती है।

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।


महाशिवरात्रि की शायरी

महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को भी अत्यंत ही प्रिय है। देश भर में इसे बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आप भी शिवरात्रि पर अपने दोस्तों, परिजनों और जानने वालों के साथ शेयर करें
महाशिवरात्रि की शायरी, और महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं। महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
लगाए बम बम भोले का नारा।

पता है कौन हूं मैं और कहां है मुझे जाना, है मेरे महादेव ही मेरी मंजिल उनके चरणों में ही मेरा ठिकाना । महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं।

शिव की नेत्र ज्योति से नूर मिलता है हर भक्त के दिल को सुकून मिलता है जो भी जाता है मेरे भोले के द्वार मन मांगा वरदान ज़रूर मिलता है। महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं।

शिव की बनी रहे आप पर छाया पलट दे जो आपकी किस्मत की काया मिले आपको वो सब इस अपनी ज़िन्दगी में जो कभी किसी ने भी ना पाया। महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं।

अमृत पीने वाले को देव कहते हैं मगर विष पीने वाले को केवल महादेव कहते हैं !! महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं।

जब भी मैँ अपने बुरे हालातो से घबराता हूँ, तब मेरे महादेव की आवाज आती है कि रुक मैं अभी आता हूँ। महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं

मिलती है तेरी भक्ति महादेव बड़े जतन के बाद, पा ही लूँगा तुझे मैं श्मशान मे जलने के बाद।महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं।

हाथों की लकीरें अधूरी हो तो किस्मत अच्छी नहीं होती, हम कहते है कि सिर पर हाथ महादेव का हो, ,तो लकीरों की
ज़रूरत नहीं होती। हर-हर-महादेव।

यह कलयुग है यहाँ ताज अच्छाई को नही बुराई को मिलता है, लेकिन हम तो महादेव के दीवाने है ताज के नही रुद्राक्ष के दीवाने है।महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं!

यह कलयुग है यहाँ ताज अच्छाई को नही बुराई को मिलता है, लेकिन हम तो महादेव के दीवाने है ताज के नही रुद्राक्ष के दीवाने है।

वो दे तो मर्जी उसकी न दे तो कोई मलाल नहीं, महाकाल के फैसले कमाल है, उन फैसलों पर कोई सवाल नहीं।
(हर हर महादेव )

जख्म भी भर जायेगे, चेहरे भी बदल जायेगे, तू करना याद महादेव को तुझे दिल और दिमाग में सिर्फ और सिर्फ भगवान शंकर नज़र आएंगे। महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं ! (Mahashivratri ki Hardik Shubhkamnaye)

शिव कैलाशों के वासी,धौली धारों के राजा, शंकर तुम हो संकट हरना। हर हर महादेव !
सबसे बड़ा दरबारी, संकट हरना, सृष्टि का दीनदयाल वो है मेरा भोला भंडारी।
दुखहर्ता सुखकर्ता सृष्टि रचयिता भगवान शंकर को बारंबार नमन सबका। हैप्पी महाशिवरात्रि !!
चल रहा हूँ धूप में तो महादेव तेरी छाया है,शरण है तेरी सच्ची बाकी तो सब मोह माया है। Happy Mahashivratri
गरज उठे गगन सारा, समंदर छोड़े अपना किनारा, हिल जाये जहान सारा, जब गूंजे महादेव का नारा.....!!

#गोरापन पल भर में...अब आपके हाथों में


Mahashivratri, Mahashivratri, 2021, Mahashivratri Shayari , Shiva Katha ...

Mixed Bag

Ifairer