कैसे करें बॉडी पियर्सिग की केयर

By: Team Aapkisaheli | Posted: 24 Jun, 2012

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कैसे करें बॉडी पियर्सिग की केयर
पुराने जमाने में लोग अपनी पंरपराओं को निभाने के लिए अपनी बॉडी पियर्सिग करवाते थे। जैसे नाक और कानों में बाली पहनते थे। लेकिन फैशन वल्र्ड में इस बॉडी पियर्सिग को इतना पॉप्यूलर बना दिया है कि नवयुतियों में बॉडी पियसिंüग कराना फैशन बन चुका है। आजकल की नवयुतियां स्टाइलिश और टंरैडी दिखने के लिए अपने शरीर के किसी भाग में, जैसे होंठों के एकदम नीचे, नाभि, आईब्रोज एंव जीभ पर भी पियर्सिग करवाती हैं एवं गोल स्टड डाला जाता है। इससे आपको बोल्ड और ग्ैलमरस लुक तो मिलता ही है लेकिन वहीं पियर्सिग कराने के बाद कुछ इन्फैक्शन होने का खतरा हमेशा बना रहता है। इसलिए पियर्सिग कराने के बाद इसकी साफ-सफाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है साथ ही इस पियसिंग को करने के बाद कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए।
पियर्सिग कराने के बाद सावधानियां
पियर्सिग करवाने के दो दिन बाद अगर आपको ये महसूस हो की उस जगह सूजन या लाल हो जाए तो इस अवस्था में इन्फैक्शन होने का खतरा बढ सकता है। तो इसके लिए आप तुंरत चिकित्सक से सलाह लें।
सूजन होने पर कॉटन का करें प्रयोग
पियर्सिग कराने के बाद इन्फैक्टेड जगह पर कभी भी कपडे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इससे इन्फैक्शन बढने का डर रहता है। कपडे के बजाय आप कॉटन का इस्तेमाल करें। घाव वाले स्थान को साफ करने के लिए पानी में कुछ बूंदें मदर टिंक्चर की मिलाएं। इससे घाव पूरी तरह से और जल्दी से ठीक हो जाता है। लेकिन त्वचा में जलन अधिक होती है। पियर्सिग वाली जगह की सिंकाई करने के लिए एक कटोरी गरम पानी में एक चम्मच सी साल्ट डालें। फिर इस पानी में कौटन को भिगो कर पियर्सिग वाली जगह पर हल्के हाथ से कुछ देर लगाएं रखें। इस प्रक्रिया को आप 5-6 बार दोहराएं। ऎसा करने पर उस जगह का ब्लैड सरकुलेशन बढ जाएगा, जिससे पस बाहर निकल आएगा। अगर आप सीसाल्ट का प्रयोग करेंगी तो इससे आपके घाव में थोडी जलन तो जरूर होगी, लेकिन यह साल्ट अच्छे सैल्स को नुकसान नहीं पहुंचाता, उलटे घाव को सुखाने में मदद करता है।
सुझाव
बॉडी पियर्सिग नीडल में भी उपरोक्त सावधानी बरती जाए। साथ ही इसके स्टड को पकडने के लिए डिस्पोजेबल स्टेराइल काट्रिज हो। पियर्सिग वाली जगह को तौलिए से न रगडें, क्योंकि तौलिए में रिंग के फंसने से इन्फैक्शन होने का और फैलने का खतरा होता है। सफाई के समय वैली सिंग को बिल्कुल ना निकालें। अगर एक बार रिंग निकाल दी तो दोबारा पहनने में बहुत मुश्किल होती है। पियर्सिग कराने के कम से कम 2 दिन तक तो हल्के गरम पानी से नहाएं। नहाने के दौरान रिंग को ऊपन-नीचे करें जिससे वह लूज हो जाए और उसके आसपास बैक्टीरिया पनप ने का खतरा ना हो। पियर्सिग कराने के बाद कुछ समय के लिए स्विमिंग ना करें। क्योंकि उस पानी में क्लोरीन होने की वजह से इन्फैक्टेड स्थान पर खुजली या जलन होने का संभाव है। बौडी पियर्सिग का स्टड हटाने पर छेद धीरे-धीरे भर जाता है। कान का छेद यदि ज्यादा बडा हो गया हो, तो इसे टांके लगा कर ठीक किया जाता है।
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