1 of 1 parts

एक्टिव रहना है तो...

By: Team Aapkisaheli | Posted: 03 Aug, 2012

एक्टिव रहना है तो...
अंकुरित अनाज हमेशा से उत्सवों का खास भोज्य रहे हैं, अंकुरित अनाज खाने की पंरपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। कई अन्य देशों में भी पुराने जमाने से अंकुरित अनाज खाने का प्रचलन काफी अधिक है। आजकल जंक फूड, तुरंत भोजन और काबोंनेटेड पेय पदार्थो पर हमारी निर्भरता लगातार बढने से हमारे भोजन की प्रकृ ति अपेक्षाकृत अधिक अम्लीय हो गई है, जो हेल्थ से जुडे अनेक परेशानियों तथा मोटापे का प्रमुख कारण है।
स्किन में लाए निखार- अंकुरित अनाजों में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो डीएनए का क्षरण रोकते हैं। इनके सेवन से ना सिर्फ झुर्रियां दूर रहती हैं, बल्कि एग्जीमा, दाग-धब्बे, मस्से आदि भी नहीं होते, जिससे स्किन जवां रहती है। फेस पर प्राकृतिक रूप से ग्लो आता है।
हार्ट को रखें हेल्दी- ये खराब कोलेस्ट्रॉल और वसा को कम रखते हुए अच्छे एचडीएल को बढाकर रखते हैं। एनीमिया को दूर भगाएं- भोजन में नियमित रूप से मंूग, काला चाना और जौ के स्प्राउट्स शामिल करें, तो आयरन की कमी महसूस नहीं होगी।
हडि्डयां होंगी मजबूत- अंकुरित अनाज में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में होता है। यह रक्त-नलिकाओं, हडि्डयों, मसूडों, दांतों, हडि्डयों के जोडों आदि के लिए काफी फायदेमंद होता है।
कैंसर पर कंट्रोल-रिजका में मौजूद एक एमीनो अम्ल पैंक्रियाटिक, ल्यूकेमिया और कोलन कैंसर के मुकाबले के लिए अच्छा होता है। ब्रोक्रोला और ब्रुसेल्स के स्प्राउट्स भी कैंसर कारक केमिल्स को असरहीन करने में सक्षम होते हैं।
विटामिन से भरपूर- प्राकृतिक चिकित्सा में अंकु रित आहार को जीवित भोजन के रूप में स्वीकार किया गया है। इसकी प्रकृति क्षारीय होती है। हमारे भोजन का एक चौथाई भाग अम्लीय तथा कम से कम तीन चौथाई भाग क्षारीय होना चाहिए, जो कच्चे भोजन तथा अंकुरित आहार से ही संभव है। अनाजों को अंकुरित करने पर उनमें ए, बी, सी और ई विटामिन की मात्रा में बीस गुना तक बढोतरी हो सकती है। चना और राजमा में तो एक रात भिगोने से ही विटामिन की काफी मात्रा आ जाती है।

Mixed Bag

Ifairer