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वास्तु के अनुसार ऎसा हो आपका किचन

By: Team Aapkisaheli | Posted: 23 Jun, 2012

वास्तु के अनुसार ऎसा हो आपका किचन
  •  महिलाओं का अधिकतम समय किचन में ही बीतता है। वास्तुशास्त्रयों के मुताबिक यदि वास्तु सही न हो तो उसका विपरीत प्रभाव महिला पर, घर पर भी पडता है। किचन बनवाते समय इन बातों पर गौर करें।
  • किचन की ऊंचाई 10 से 11 फ ीट होनी चाहिए और गर्म हवा निकलने के लिए वेंटीलेटर होना चाहिए। यदि 4-5 फ ीट में किचन की ऊंचाई हो तो महिलाओं के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पडता है।
  • कभी भी किचन से लगा हुआ कोई जल स्त्रोत नहीं होना चाहिए। किचन के बाजू में बोर, कुआं, बाथरूम बनवाना अवॉइड करें, सिर्फ वाशिंग स्पेस दे सकते हैं।
  • किचन में सूर्य की रोशनी सबसे ज्यादा आए। इस बात का हमेशा ध्यान रखें। किचन की साफ-सफ ई का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि इससे सकारात्मक व पॉजिटिव एनर्जी आती है।
  •  किचन हमेशा दक्षिण-पूर्व कोना जिसे अग्निकोण (आग्नेय) कहते है, में ही बनवाना चाहिए। यदि इस कोण में किचन बनाना संभव न हो तो उत्तर-पश्चिम कोण जिसे वायव्य कोण भी कहते हैं पर बनवा सकते हैं।
  •  किचन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा प्लेटफ र्म हमेशा पूर्व में होना चाहिए और ईशान कोण में सिंक व अग्नि कोण चूल्हा लगाना चाहिए।
  •  किचन के दक्षिण में कभी भी कोई दरवाजा या खिडकी नहीं होने चाहिए। खिडकी पूर्व की ओर में ही रखें।
  • रंग का चयन करते समय भी विशेष ध्यान रखें। महिलाओं की कुंडली के आधार पर रंग का चयन करना चाहिए।

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