1 of 1 parts

स्पा स्वस्थ रहने में मददगार

By: Team Aapkisaheli | Posted: 17 May, 2012

स्पा स्वस्थ रहने में मददगार
सर्द हवाओं ने दस्तक दे दी है। इस मौसम मे नमीं खो जाने के कारण त्वचा बेहद रूखी हो जाती है। जिन लोगों की त्वचा पहले से ही खुश्क है उनके लिए तो मुसीबत और भी ज्यादा बढ जाती है क्योंकि उनकी त्वचा खुश्क होने के साथ-साथ खुरदरी भी हो जाती है। इसके लिए आपको विशेष् देखभाल की जरूरत होती है। सर्दियों के मौसम में अरोमा थेरेपी व फ्रूट मसाज कराना एक बेहतरीन तरीका है। स्पा ट्रीटमेंट करवाने से त्वचा की मृत कोशिकाएं हट जाती है व शरीर के रोमछिद्र सक्रिय हो जाते हैं।
अरोमा थेरेपी
सर्दियो में अरोमा थेरेपी सबसे ज्यादा अच्छी रहती है। विंटर्स में लोगों को यही कराने की सलाह दी जाती हैं और उन्हें यह पसंद भी आती है। इसमें अरोमा ऑयल की विभिन्न प्रकार से मसाज की जाती है। इसके साथ ही स्टीम बाथ कराया जाता है। साथ ही आलमंड ऑयल व हॉट ऑयल मसाज के साथ बॉडी पॉलिशिंग की भी काफी मांग रहती है।
आयुर्वेदिक थेरेपी
आयुर्वेदिक थेरेपी लेना भी अच्छा रहता है। इसमें आयुर्वेदिक जडी-बूटियों से बने तेल से मसाज कर स्टीम बाथ दिया जाता है। त्वचा की प्रकृति के हिसाब से ही अरोमा ऑयल्स का चुनाव किया जाता है। पूरे स्पा में ढाई से तीन घंटे का समय लगता है।
फू्रट स्पा
इसके अलावा फृ्रट स्पा भी खास है, इसमें सर्दियों में मिलने वाले फलों का ही इस्तेमाल किया जाता है। स्पा की यह सुविधाएं 500 रूपए से लेकर 5000 रूपए तक में ली जा सकती हैं।
विंटर स्पेशल स्पा फॉर मैरिज
इस मौसम में अरोमा ऑयल की मसाज के साथ काफी हद तक सर्दियों में होन वाले रूखेपन में बचा जा सकता है। शादी की तैयारी कर रही लडकियों को चार स्पा तो अवश्य लेने ही चाहिए। इसलिए दुल्हनों के ब्राइडल पैकेज में कई जगह स्पा की भी सुविधा है। वैसे सर्दियों के लिए बॉडी पॉलिशिंग व त्वचा को नम बनाने के लिए मैंगो बॉडी स्पा, अरोमा ऑयल, फ्रेंच ओलिगो स्पा, सहित अन्य कई स्पा मौजूद होते हैं। इनका लाभ 800 रूपए से लेकर 8000 रूपए तक में लिया जा सकता है।
चॉकलेटी स्पा
डार्क चॉकलेटी, मिल्क चॉकलेटी, वेनिला, कोको आदि फ्लेवर में चॉकलेट के नाम भले ही हमने सिर्फ खाने में सुने हों लेकिन अब इससे एक अच्छा स्पा ट्रीटमेंट भी होता है। डार्क और कोको चॉकलेट में अपने पसंदीदा फ्लेवर की खुशबू मिलाकर मसाज करने के बहुत फायदे होते हैं। चॉकलेट की खुशबू से डिप्रेशन मिट जाता है। चॉकलेट थेरेपी से रूटेच माक्र्स, झुर्रियां, झाइयां, आदि भी गायब हो जाती हैं। चॉकलेट थेरेपी कराने से चेहरे के दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं व चेहरे पर निखार आ जाता है। चॉकलेट थेरेपी व मसाज से मोटापा भी कम होता है। इससे फैट बर्न होता है, जो सेल्यूलाइट को खत्म करने में मदद करता है। इसके अलावा सर्दियों मे हमारी त्वचा अक्सर बेजान, रूखी व खुरदरी हो जाती है। लेकिन चॉकलेट एंटी एजिंग होती है। इसलिए इस थेरेपी के बाद त्वचा कोमल हो जाती है। वैसे यह चॉकलेट थेरेपी वेलेंटाइन डे के आसपास काफी लोकप्रिय है।
आई स्पा
आई स्पा आंखो का तनाव, रिंकल्स, आई बैग्स, लाइंस व आंखों की सूजन दूर करता है। इसमे डार्क सर्कल भी काफी हद तक कम हो जाते हैं। खासतौर पर सर्दियों में प्राकृतिक सब्जियों से आई स्पा किया जाता है। इन दिनों आई टी स्पा करवाना बेहद लोकप्रिय है। इसमें टी बैग्स से आई स्पा किया जाता है और यह आंखों को बहुत आराम देने वाला होता है।
फुट स्पा
यह पैरों की देखभाल करने का एक अच्छा तरीका है। अगर आपके पैरों के मसल्स में दर्द रहता है या फिर उनका रंग काला पड गया है तो इसके लिए फुट स्पा कराना एक बेहतर विकल्प है। फुट स्पा में आप एक्वा जेट फीट मसाज करा सकती हैं। इसमें पैरों को आराम देने के लिए पानी के प्रेशर से मसाज की जाती है। सर्दियों में इसके लिए हल्का गुनगुना पानी इस्तेमाल में लाया जाता है। इसके अलावा पैरों का पेडीक्योर व क्लीनिंग भी की जाती है सर्दियों में इसके लिए हल्का गुनगुना पानी इस्तेमाल में लाया जाता है। इसके अलावा पैरों का पेडीक्योर व क्लीनिंग भी की जाती है। इससे पैरों में रक्तसंचार बना रहता है। फिश स्पा भी कराया जा सकता है। इसमें एक टब में बहुत सी मछलियों को डाल लिया जाता है और आधे घंटे तक पैरों पर मछलियों के द्वारा मसाज की जाती है।
बॉडी स्पा
इसमें आपकी पूरी बॉडी को स्पा दिया जाता है यानी बैक मसाज, लेग मसाज, हेड मसाज आदि। बॉडी स्पा में ऑयल मसाज, स्टीम बाथ, अरोमा थेरेपी, प्यूरिफाइन फेशियल जैसे ट्रीटमेंट दिए जाते हैं। स्पा बॉडी और मौसम दोनों को ध्यान में रखकर किया जाता है। इस दौरान इस्तेमाल में आने वाले मड व ऑयल नेचुरल ही इस्तेमाल किए जाते हैं। बॉडी स्पा में स्किन को क्लीन, सी साल्ट स्क्रब, बॉडी मास्क से रैप भी किया जाता है। हेयर स्पा हेयर स्पा बालों पर किया जातने वाला एक खास तरह का ट्रीटमेंट है। इसमें मसाज, क्रीम, मशीन और हेयर मास्क का प्रयोग किया जाता है। बालों में हेयर स्पा करने से पहले इस बात का ध्यान रखा जाता है कि आपके बालों का टेक्सचर क्या है। वह तेलीय हैं, रूखे हैं या फिर किसी अन्य समस्या से जूझ रहें हैं।
हेयर स्पा
को कोई भी ट्रीटमेंट करने से पहले बालों को शैंपू किया जाता है। बालों में पसीना आने और उन पर गंदगी जम जाने से स्कैल्प पर दानें, फुंसियां जैसी दिक्कतें हो जाती हैं और बाल गिरने लगते हैं। ऎसे बालों को उनके टेक्सचर के मुताबिक क्रीमी चुनकर उससे तकरीबन 45 मिनट मसाज दी जाती है। इसके बाद मशीन से बालों, बाहों व पीठ पर अल्ट्रावायलेट रेज दी जाती है। इससे बालों में बेक्टीरिया खत्म होते हैं और सिर पर शरीर की अन्य त्वचा भी आराम महसूस करती है। इसके बाद क्रो मशीन से बालों को मुलायम कर दिया जाता है। फिर हेयर कंस्ट्रक्शन मशीन का इस्तेमाल किया जाता है। इसके बाद दोबारा बालों को शैंपू से धोया जाता है। अगर बाल ज्यादा क्षतिग्रस्त नहीं हैं तो महीने में एक बार ट्रीटमेंट लेना काफी है। अगर बालों में डेंडरफ है तो हफ्ते में दो बार इस ट्रीटमेंट को लें।
फेशियल स्पा
अगर आपकी त्चचा सामान्य है तो आप डीप क्लींजिंग करवाएं। वहीं सूखी त्वचा वाले को हाइड्रेटिंग प्रोडक्ट्स के साथ फेस लिफ्टिंग तकनीक दी जाती है।
स्पा में इस्तेमाल होने वाली कुछ जरूरी चीजें
डीप टिश्यू, स्वीडिश, रेफ्लेक्सोलॉजी तकनीक, नेचुरल हब्र्स, फूल व फलो के मिश्रण से तैयार ब्यूटी ट्रीटमेंट व दूध, शहद, लेवेंडर, तुलसी आदि से बने स्क्रब का इस्तेमाल स्पा में में किया जाता है। इसके अलावा जिस भी प्रकार का स्पा ले रहें हैं। उसी के अनुसार चीजों का इस्तेमाल किया जाता है।
स्पा के फायदे
  • я┐╜स्पा में तमाम तरह की प्राकृतिक चीजें इस्तेमाल की जाती हैं। इसमें मसाज के जरिए मसल्स पर एक खास तरह का दबाव डाला जाता है। जो तनाव व थकान मिटाने के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के साथ कई बीमारियों से भी हमें बचाता है।
  • я┐╜आजकल कलर थेरेपी का ट्रेंड काफी बढ गया है। इसके अनुसार सभी बीमारियां और समस्याएं हमारे शरीर में मौजूद रंगों के असंतुलन की वजह से होती है और स्पा इन पर काफी ध्यान देता है। वैसे स्पा सेशन में डिटॉक्सिफिकेशन, रिलैक्सेशन, हीलिंग एवं बैलेंसिंग, स्टिमुलेशन जैसे स्टेप्स शामिल होते हैं।
  • я┐╜घंटों कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों के बीच आई स्पा भी काफी प्रचलित है। इसमें दो से चार सिटिंग में टी बैग्स के जरिए रिंकल्स, डार्क सर्कल्स, बारीक लाइन व आखों की सूजन दूर कर दी जाती है।
  • я┐╜त्वचा साफ व तरोताजा हो जाती है।
  • я┐╜ रक्तसंचार बढता है।
  • я┐╜तनाव कम होता है।
  • я┐╜आपकी मसल्स से टॉक्सिन्स व अनावश्यक पदार्थ निकल जाते हैं।
  • я┐╜ स्पा से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और खून में सफेद कोशिकाओं की संख्या में बढती है।
  • я┐╜स्पा से सकारात्मक ऊर्जा भी मिलती है।
  • я┐╜ अगर आपकी त्वचा में किसी भी तरह का इंफेक्शन है तो वह भी स्पा से धीरे-धीरे ठीक हो जाता है।
  • बॉडी का पोष्ाण मिलता है।

Most Popular

Mixed Bag

News

рдж рдЬрд░реНрдиреА рдСрдл рд╡реБрдорди рдЗрди рд╕рд┐рдиреЗрдорд╛- рдорд╛рдзреБрд░реА рджреАрдХреНрд╖рд┐рдд рдФрд░ рдЧреБрдиреАрдд рдореЛрдВрдЧрд╛ рд╕рдВрдЧ рдЦрд╛рд╕ рдмрд╛рддрдЪреАрдд
рдж рдЬрд░реНрдиреА рдСрдл рд╡реБрдорди рдЗрди рд╕рд┐рдиреЗрдорд╛- рдорд╛рдзреБрд░реА рджреАрдХреНрд╖рд┐рдд рдФрд░ рдЧреБрдиреАрдд рдореЛрдВрдЧрд╛ рд╕рдВрдЧ рдЦрд╛рд╕ рдмрд╛рддрдЪреАрдд

Ifairer