इंटरव्यू- घबराएं नहीं, ये टिप्स अपनाएं
By: Team Aapkisaheli | Posted: 21 Nov, 2012
इंटरव्यू के दौरान आमतौर पर दो बातें ध्यान में रखी जाती हैं- पहला, जिस फील्ड का इंटरव्यू आप देने आए हैं, उसके बारे में पूरा ज्ञान और दूसरी बात आपकी बॉडी लैंग्वेज। बोले गए शब्द आपके कप्यूनिकेशन का केवल 8 प्रतिशत होते हैं। 37 प्रतिशत कम्यूनिकेशन आपके आवाज की टोन से होता है कि आप धीमा, तेज, प्रभावी किस आवाज में बोल रहे हैं। लेकिन 55 प्रतिशत कम्यूनिकेशन सिर्फ आपकी बॉडी लैंग्वेज से होता है। बॉडी लैंग्वैज, ऎसा नानवर्बल कम्यूनिकेशन है, जो आपकी आदतों, स्वभाव और मन की स्थिति से पैदा होता है। इंटरव्यू क्लीयर करना कई बार कॉन्फिडेंस और प्रेजेंस ऑफ माइंड पर निर्भर करता है। इसके लिए बॉडी लैंग्वेज महत्वपूर्ण कारक होता है। किसी व्यक्ति के भाव, विचार और आदत में अंतसंबंध होता है। तीनों ही एक दूसरे से प्रभावित होते हैं। बॉडी लैंग्वेज भी इन तीनों से मिलकर तैयार होती है। इसमें बदलाव से आपमें कॉन्फिडेंस का लेवल बढ सकता है। रोजगार के इस चैनल में इस बार हम आपके लिए लाए हैं,
बॉडी लैंग्वेज के बारे में कुछ जानकारी - इंटरव्यू के दौरान आमतौर पर दो बातें ध्यान में रखी जाती हैं- पहला, जिस फील्ड का इंटरव्यू आप देने आए हैं, उसके बारे में पूरा ज्ञान और दूसरी बात आपकी बॉडी लैंग्वेज। बोले गए शब्द आपके कप्यूनिकेशन का केवल 7 प्रतिशत होते हैं। अपने कंधों को आराम की मुद्रा में रखें। थोडा आगे की ओर झुककर बात करने वाला व्यक्ति साफ दिल-दिमाग का माना जाता है, लेकिन ज्यादा आगे की ओर झुके लोग चापलूस मालूम होते हैं। पैरे सीधे रखें, इसे क्रॉस नहीं रखें। क्रॉस पैर प्रतिरक्षात्मक संकेत देते हैं। इससे लगता है कि आपके मन में कुछ भय है या आप कुछ छुपाना चाहते हैं। आंखों में आंख डालकर बात करें। दूसरों की ओर देखने से लगता है कि आप उसकी बात को पूरा महत्व दे रहे हैं। बात के दौरान हामी भरें। इसके लिए बातों का दोहराव नहीं करते हुए गर्दन हिलाना बेहतर होता है।
हामी भरने के लिए बात का दोहराव करना शिष्टाचार में भी नहीं आता है। चेहरे पर अतिगंभीरता किसी को नहीं सुहाती है। हल्की-सी मुस्कान रखें। जरूरत पडने पर हंसें भी। खुश रहने के लिए होठों पर यूं ही मुस्कान चिपका लें, फिर देखिए आपकी तमाम मुश्किलें कैसे छूमंतर हो जाती हैं। अपना चेहरा छुएं नहीं। यह सामने वाले को डाइवर्ट करता है। साथ ही बताता है कि आप नर्वस हैं। किसी एक तरफ झुककर नहीं बैठें। सीधे बैठें, लेकिन आराम की मुद्रा में बैठें। अगर आप आगे की ओर झुके हैं, तो इससे पता चलता है कि आपको सामने वाले की बातों में रूचि है, वहीं पीछे की ओर ज्यादा झुके लोगों ओवरकॉन्फिडेंट लगते हैं।