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ह्युमन राइट्स में युवाओं के बढते कदम

By: Team Aapkisaheli | Posted: 01 Mar, 2013

ह्युमन राइट्स में युवाओं के बढते कदम
समाजसेवा से जोडकर आज के जामने में भी मानवाधिकार के क्षेत्र को देखा रहा है, पर अब यह सिर्फ समाजसेवा ही नहीं रह गया है। बल्कि एक बेहतर करियर के रूप में समाने आया है। शिक्षित युवाओं के अलावा दूसरे कई प्रोफेशनल्सव के लिए भी इस फील्ड में कई बेस्ट ऑप्शन मौजूद हैं।

रोजगार के अवसर

खासकर युवाओं के लिए इस फील्ड में कई अच्छे अवसर उपलब्ध हैं,मानवाधिकार में डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करके आप इस फील्ड में अच्छा करियर बना सकते हैं। आज देश-विदेश में कई सरकारी गैरसरकारी, समाजसेवी व इंटरनेशनल सेस्थाएं इस क्षेत्र में अग्रसर होकर कार्य कर रही हैं। अगर आप भी चाहे, तो सरकारी संस्थानों, जैसे-नेशनल ह्युमन राइट्स कमीशन, स्टेट ह्युमन राइट्स कमीशन, ह्युमन राइट्स ट्राइब्युनल्स आदि सेजुडकर काम कर सकते हैं। कई गैरसरकारी संस्थाए, जो विकलांगों, बेघर लोगों , अनाथों, बूढे बुजुगों, आदि की एक बेहतरी के लिए काम करती हैं, उनसे जुडकर आप अपनी करियर को एक नयी मुकाम देने के साथ-साथ लोगों की हैल्प भी कर सकते हैं।

शैक्षणिक योग्यता और प्रवेश

मानवाधिकार में डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स करके आप इस फील्ड में बेहतर करियर बना कसते हैं। आजकल कई यूनिवर्सिटी, कॉलेज व इंटीटयूटस ह्युमन राइट्स में 3 साल का डिग्री कोर्स कंडक्ट करते हैं, जो 12 वीं के बाद किया जा सकता है। इसके अलावा ज्यादातरयूनिवर्सिटीज में पोस्ट-ग्रैजुएट कोर्सेस व डिप्लोमा कोर्स भी उपलब्ध हैं, जिसके लिए आपको किसी भी क्षेत्र में गै्रजुएट होना जरूरी है।

ह्युमन राइट्स में वेतन

ह्युमन राइट्स की फील्ड में वेतन कितना मिलेगा, यह इस पर निर्भर करता है कि आप सरकारी, गैरसरकारी, समाजसेवी, अंतर्राष्ट्रीय संस्था, कॉर्पोरेट हाउस में हैं और इंडिया में है या विदेश में। इसके अलावा आपकी जॉब परमार्नेट, टेम्पररी, एड हॉक या असाइन्मेंट बेस है, इस पर भी निर्भर करती है।

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