मोटापा से तनाव तक करे दूर : साइकिल सिर्फ सफर नहीं, स्वास्थ्य की भी साथी
By: Team Aapkisaheli | Posted: 08 Dec, 2025
नई दिल्ली। न पेट्रोल, न डीजल और न तामझाम...आज के व्यस्त समय में
साइकिल चलाना बेहद फायदेमंद है। साइकिल न सिर्फ सफर को आसान बल्कि सेहत को
भी चुस्त-दुरुस्त रखता है। हेल्थ एक्सपर्ट साइकिल को स्वास्थ्य का सच्चा
साथी बताते हैं।
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय साइकिलिंग को स्वास्थ्य
के लिए बेहद फायदेमंद बताता है। मंत्रालय के अनुसार नियमित साइकिल चलाने से
शरीर और दिमाग दोनों मजबूत होते हैं। साइकिलिंग से एक-दो नहीं बल्कि कई
लाभ मिलते हैं।
साइकिल चलाने से दिमाग तेज होता है। कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि
रोजाना साइकिल चलाने से याददाश्त तेज और एकाग्रता बढ़ती है।
साइकिलिंग
से शरीर में एंडॉर्फिन हॉर्मोन रिलीज होता है, जिसे ‘खुशी का हॉर्मोन’ कहा
जाता है। इससे तनाव और डिप्रेशन कम होता है। साइकिल एक ऐसा हल्का-फुल्का
व्यायाम है, जिससे घुटनों और जोड़ों पर ज्यादा जोर नहीं पड़ता और पुराना
दर्द भी कम होता है। यही नहीं, रचनात्मकता भी बढ़ती है। ताजी हवा और हल्का
व्यायाम दिमाग को नई सोच देने में मदद करता है।
अनिद्रा की समस्या से
परेशान लोगों के लिए भी साइकिल चलाना फायदे भरा है। रोजाना साइकिल चलाने से
रात में गहरी और सुकून भरी नींद आती है और वजन कंट्रोल में रहता है। आधे
घंटे की साइकिलिंग से 200-300 कैलोरी तक बर्न हो सकती है, जिससे मोटापा
नियंत्रित रहता है। इसके अलावा यह हृदय को भी मजबूत करता है, डायबिटीज का
खतरा कम होता है और इम्यूनिटी भी बेहतर होती है। मध्यम गति से साइकिल चलाने
से ये सारे फायदे आसानी से मिल सकते हैं।
शहरों में बढ़ते प्रदूषण और
ट्रैफिक जाम के बीच साइकिल न सिर्फ सेहत के लिए अच्छी है, बल्कि पर्यावरण
को बचाने में भी बड़ा योगदान देती है।
साइकिलिंग ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। हालांकि, कुछ विशेष
परिस्थितियों में साइकिल नहीं चलानी चाहिए या सावधानी बरतनी चाहिए या
डॉक्टर की सलाह जरूरी है, जैसे गंभीर हृदय रोग के मरीज, हाल में कोई बड़ा
ऑपरेशन हुआ हो, बैलेंस डिसऑर्डर या चक्कर आने की बीमारी हो बहुत ज्यादा
गठिया या जोड़ों में ज्यादा सूजन हो तो सावधानी बरतनी चाहिए। गर्भवती
महिलाओं को बिना डॉक्टरी सलाह के साइकिलिंग नहीं करनी चाहिए। -आईएएनएस
#तिल मस्सों से हमेशा की मुक्ति के लिए 7 घरेलू उपाय