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मेल फ्रेंडशिप स्टैज लौंग

By: Team Aapkisaheli | Posted: 05 Sep, 2012

मेल फ्रेंडशिप स्टैज लौंग
एक रिसर्च के मुताबिक, एक महिला की दूसरी महिला से दोस्ती लंबे समय तक नहीं चल पाती। कुछ महीने या फिर दो से चार साल बाद उनकी दोस्ती में क़डवाहट आनी शुरू हो जाती है। कारण भले ही कोई भी हो, लेकिन जो खास देखने में आई हैं वह है जलन, कॉम्पिटिशन और पुअर अंडरस्टैंडिग। शोध के अनुसार, एक महिला, दूसरी महिला के बजाय पुरूष से स्ट्रॉन्ग फेंरडशिप मेंटेन रख पाती है। यहां तक कि यह रिलेशनशिप ताउम्र भी बनी रहती है क्या वजह होती है इस टिकाऊ दोस्ती की, आइये जानते हैं।
मूड रहता है लाइट
स्टडीज से साबित हो चुका है कि महिलाएं ऎसे पुरूषों से दोस्ती करना पसंद करती हैं, जिनका सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा होता है। ऎसे पुरूष महिलाओं की नजरों में तुरंत चढ़ जाते हैं। दरअसल, नेचरली उनकी लाइकिंग ऎसे पुरूषों के लिए डिवेलप्ड होती है, जो माहौल को हल्का-फुल्का रखते हैं। फिर यह वलिटी पुरूषों में महिलाओं से ज्यादा होती है। यह अंदाजा लगाया जा सकता है कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च से, जिसमें महिलाओं और पुरूषों को 20 कार्टूनों के लिए हैडिंग लिखने के लिए कहा गया। उसमें पुरूषों ने महिलाओं के बजाय कहीं ज्यादा फनी हेडिंग दिए।
पुरूष होते हैं ज्यादा सेंसिबल
अगर सेंसिबिलठीक प्रकार से देखा जाए, तो महिला के बजाय पुरूष अधिक सेंसिबल होते हैं। किसी भी बडी से बडी परेशानी में वह महिला से ज्यादा अच्छी तरह साथ देते हैं। यही नहीं, सही तरह से गाइड करने के अलावा प्रॉब्लम से बाहर निकलने में भी मदद करना उनके नेचर में शामिल होता है। जबकि महिला दोस्त प्रॉब्लम को सॉल्व करने की जगह उसे एंजॉय करने लगती है।
मिनटों में बदल देतें है मूड
दरअसल , महिलाओं से बात करना और यह अहसास पाना कि कोई उन्हें समझ रहा है, बहुत अच्छा लगता है। अच्छी व दिलचस्प बातचीत उनका मूड बदल देती है। इसलिए वह हमेशा ऎसे दोस्त की तलाश में रहती है , जो पॉजिटिव व `ॉलिटी वाली बातें करे। इस चीज में पुरूष उनका खूब साथ निभाते हैं। उनसे उनकी बातचीत ड्रे्रस , जूलरी , किचन से बाहर पॉलिटिकल , स्पोर्ट्स व दूसरे फील्ड्स की होती है। और फिर महिलाओं की तरह हर बात पर टशन मारना भी उनकी फितरत में नहीं होता।
पुरूष हैं अच्छे केयरटेकर
पुरूष अच्छे केयरटेकर तो होते ही हैं अगर रीजन सही हुआ , तो सैफाइस करने में भी पीछे नहीं रहते। दरअसल , वह दोस्ती का रिश्ता निभाना जानते हैं।
तारीफ करने में होते हैं माहिर
अगर आपको अपनी ब्यूटी , आवाज , सॉफ्ट स्किल या कुकिंग स्किल्स की तारीफ सुनने को मिल जाए , तो अच्छा तो लगता ही है , मूड भी रिफ्रेश हो जाता है और यह कहना गलत न होगा कि पुरूष इसमें माहिर होते हैं। आपकी कोई चीज पसंद आई , तो आपको तुरंत कह देंगे। वहीं महिला कहने के बजाय अवॉइड करेगी , क्योंकि उसमें कहीं न कहीं उसकी जलन होती है।
होते हैं अच्छे राजदर
राज को राज रखना भी पुरूष की एक `ॉलिटी है। अगर आप पुरूष से अपनी कोई बात शेयर करें और बता दें कि वह इसे अपने तक ही रखे , तो वह जीवनभर राज ही रहेगी। दूसरे के जीवन में ताकझांक करने या ज्यादा जानने में उन्हें कम ही इंटरेस्ट होता है।
रात गई बात गई
अगर इस दोस्ती में ल़डाई भी हो जाती है , तो रिपेयर की पूरी गुंजाइश रहती है। दरअसल , पुरूषों का नेचर फ्लेक्सिबल होता है। एक बार आपने कह दिया कि जो हुआ , उसे अब भूल भी जाओ , तो वो भूल जाते हैं। जबकि महिलाएं अपने प्रजेंट पर भी पास्ट को हावी रखती हैं। आपने कब क्या किया , उसका पूरा लेखा - जोखा आपको सुना देंगी , जो रिलेशनशिप को ज्यादा बिग़ाड देता है। महिलाएं अक्सर दूसरी महिलाओं की ड्रेस , मोबाइल , ग़ाडी आदि को देखकर चिढ़ने लगती हैं।
पुरूष हैं अच्छे केयरटेकर
पुरूष अच्छे केयरटेकर तो होते ही हैं अगर रीजन सही हुआ , तो सैफाइस करने में भी पीछे नहीं रहते। दरअसल , वह दोस्ती का रिश्ता निभाना जानते हैं।
पुरूष जैसे है वैसे ही रहेंगे
पुरूष जैसे होते हैं , वैसा ही खुद को एक्सेप्ट कर लेते हैं कि हां हम ऎसे हैं और ऎसे ही बने रहेंगे।

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