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त्यौहारों के आते ही टोटके शुरू

By: Team Aapkisaheli | Posted: 22 Nov, 2012

त्यौहारों के आते ही टोटके शुरू
इंसान चांद पर चला गया है और सूरज पर जाने की संभावनाओं पर बातें कर रहा है। वैज्ञानिक हर चीज का अस्तित्व तलाशने में लग हैं। इसके लिए शोध किए जा रहे हैं। इस पर करोडों-अरबों रूपए खर्च किए जा रहे हैं। इस तकनीकी युग में बडे तो क्या बच्चो भी हर बात का प्रमाण मांगने में लगे हैं। अब माता-पिता के लिए उनकी बातें टालना आसान नहीं रह गया है। वे उन चीजों पर तग तक भरोसा नहीं करना चाहते जब तक उसका कोई ठोस परिणाम ना मिले। इसलिए धरती पर उपस्थिति सजीव और निर्जीव हर वस्तु के अस्तित्व का रहस्य सुलझाने की दिशा में कार्य चल हरे है। असके बाद मिले परिणामों के आधार पर सच और झूठ का फैसला लिया जाता है। लेकिन अभी भी कई सवाल अनुतरित हैं, जिनका सच जानने के प्रयास में वैज्ञानिक निरंतर लगे हैं। टोने-टोटाकों को भी इसमें शामिल किया जा सकता है। अब त्यौहारों का सिलसिला शुरू होने वाला है, तो इससे बचने के लिए कई घरों में घरेलू टोटके किए जाने लगते हैं। घर की बुजुर्ग या उम्रदराज महिलाओं को इसमें विशेष् रूचि होती है। साथ ही उन्हें इस तरह के कार्या में विशेषता भी हासिल होती है। यह केवल गांवों ओर कस्बों तक ही सीमित नहीं, बल्कि छोटे-बडे शहरों में भी किया जाता हैं। इसके अलावा यह केवल छोटे-छोटे  बच्चो तक ही सीमित नहीं होता है, अधिक आयु के युवा भी इसमें शामिल होते हैं। देश के कई प्रांतों में दुर्गा पूजा शुरू होते ही यानी प्रथमा से माएं सजग हो जाती हैं। उनकी यह सजगता दीपावली के खत्म होने तक बनी रहती है। ऎसे किए जाते हैं
टोटके- इन दिनों कई घरों में स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जाते हैं। ऎसे में अडोस-पडोस या रिश्तेदारों के घर इन पकवानों को भेजा जाता है या उनके घर के ऎसे पकावान आते हैं। इसके पहले कि बच्चो उसे देखते है ही उस पर टूट पडें, घर की महिलाएं उससे चुटकीभर पकावान निकाल कर फेंक देतीहैं, या खुद खा लेती हैं। इसके बाद ही वह  बच्चो को खाने के लिए दिया जाता है। उन्हें यह लगता है कि अगर खाने में कोई टोना-टोटका किया गया है, तो बच्चे पर इसका दुष्प्रभाव नहीं पडेगा। कई महिलाएं दरवाजे के कंकड से भी नजर उतारती हैं, जिन्हें नजर उतारने के बाद बाहर फेंक देती हैं। अगर इन दिनों नन्हा शिशु दूध नहीं पी रहा हो और लगातार रो रहा हो, तो माना जाता है कि उसे नजर लग गयी है। ऎसी स्थिति में घर की बुजुर्ग महिला उसके दूध की नजर उतारती हैं और बाद में वह कुत्ते को पिला दिया जाता है। कुछ घरों में नजर उतारने के लिए थोडा सा नमक हाथों में लेकर बच्चो के चारों ओर घुमाया जाता है।
इसे पानी में बहा देते हैं। कहते हैं कि इस टोटके से बुरी बलाएं पास नहीं फटकती हैं। माता पिता भी लडकियों को बालों को खोल कर ना घूमने की हिदायत देते हैं। यहां तक कि घर में छत या सुनसान जगहों पर खेलने की इजाजत नहीं देते हैं। कहीं-कहीं लहसुन, प्याज के छिलके लेकर उसमें नमक मिला देते हैं। फिर इसे नजर उतारने के बाद चूल्हें में झोंक देते हैं। कहते हैं इससे सारे दोष कट जाते हैं।

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