आपका आशियाना रोशनी से रोशन रहे
By: Team Aapkisaheli | Posted: 15 Jan, 2013
घर का हर एक हिस्सा खास होता है। चारों ओर से हर कोने में रोशनी आए और हर कमरा जवां-जवां लगे तो घर की रौनक बढ जाती है। इसके लिए जरूरी है कि हर कमरे में लाइटिंग अच्छी तरह से होनी चाहिए। जिन घरों में सूरज की किरणें प्रोपर नहीं आती है, वहां रहने वाले व्यक्ति अक्सर बीमार रहते हैं। इसलिए घर ऎसे बना होना चाहिए जहां हरे कोने में सूरज की रोशनी जाएं। ऎसा अगर सम्भव ना हो तो लाइटिंग को बंदोबस्त सही प्रकार से होना चाहिए। अच्छे लाइटिंग अरेंजमेंट से आप मिनटों में अपने घर की खूबसूरती निखार सकती हैं। इसके लिए आप अलग-अलग तरह की लाइट्स का प्रयोग कर सकती हैं। जैसे- मूड लाइटिंग, डेकोरेटिव लाइटिंग, टास्क लाइटिंग आदि के जरिए घर को डिफरेंट लुक दिया जा सकता है।
बैडरूम में धीमी लाइट हो बैडरूम ही एक ऎसी जगह है जहां दिनभर की थकान दूर होती है। इसलिए इसमें शांत लाइट की व्यवस्था करनी चाहिए। इसमे लाइट की व्यवस्था और कमरों की अपेक्षाकृत कम हो । सुबह के समय में बैडरूम के खिडकी दरवाजे खुले रखें।
बच्चों का कमरा बच्चों के कमरे में कभी अंधेरा ना हो इसके लिए पर्याप्त संख्या में टयूब लाइटें और बल्ब की व्यवस्था होनी चाहिए। वास्तु के अनसार बच्चों का कमरा पूर्व दिशा में होना चाहिए। इसके साथ ही बच्चों की स्टडी टेबल पर लाइट की प्रोपर व्यवस्था होनी चाहिए, ताकि सीधी लाइट आंखों पर ना पडें। ध्यान रखें टेबल लैम्प में कभी भी रंग-बिरंगे बल्बों का प्रयोग ना करें। ब्राइट कलर के खिलौने, बीन बैग, बेडशीट, कुशन्स, लॉन्ड्री बारस्केट आदि से बेबी के कमरे को कलरफुल बनाया जा सकता है।
खास हो ड्राइंगरूम घर का फास्ट कमरा होता है ड्राइंगरूम। जो हर आने जाने वालों आकर्षित कर सकता है। इसलिए इस कमरे में लाइटिंग व्यवस्था पर खास ख्याल देना चाहिए। ड्राइंगरूम में कॉर्नर लैम्प शेड, शैन्डलियर आदि का भी प्रयोग कर सकते हैं। इसके साथ ही आप धीमी रोशनी वाले लैम्प का भी यूज कर सकते हैं। तेल लाइट वाले लैम्प का यूज ना करें। लम्बे समय तक तीव्र प्रकाश चुभन दे सकता है और आंखों को भारी कर सकता है।