वैवाहिक जीवन की शुरूआत करें, मनी मैनेजमेंट से
By: Team Aapkisaheli | Posted: 18 Nov, 2012
नई गृहस्थी की शुरूआती दौर में पैसों से जुडी समस्याएं नवविवाहित जोडे के लिए कई सवाल पैदा करते हैं। दोनों की जरूरतें अलग-अलग होती हैं। भले ही विवाह से पहले लडके लडकियां हर मुद्दे पर बातचीत कर आपसी समझदारी को संतुलित करने का प्रयास करते हैं लेकिन भावी भविष्य के मनी मैनेजमेंट को लेकर दोनों ही हिचकिचाते हैं। व्यवहारिकता तो यही कहती है कि दोनों शादी से पहले इस मुद्दे पर भी खुलकर बातचीत कर लें जिससे विवाहिक जीवन किसी तरह की परेशानी समाना नहीं करना पडेंगी। लडकी यदि शादी से पहले अपने भावी पति, सास और ससुर से कोई उपहार प्राप्त करती है तो ऎसी स्थिति में उपहार से अर्जित होने वाली आय पति, सास या ससुर की नहीं मानी जाएगी। ऎसे उपहारों को आप सुरक्षित निवेश में उपयोग कर सकती हैं।
सबसे पहले दोनों ही विवाह के सारे खर्चे का बजट पहले बना लें। सजावट से लेकर खाने-पीने और साथ ही हनीमून के खर्चे का भी बजट बना लें। इनसे अंदाजा रहेगा कि किस मौके पर कितना खर्च होगा। नवविवाहित जोडे को जीवन बीमा, हेल्थ इंश्योरेंस जैसे समझदारी भरे कदम उठाएं। जितने भी बडे खर्चे हैं उनके पैसे अलग निकाल कर रखें। उन्हें किसी दूसरे खर्चे के लिए यूज ना करें। शादीशुदा जिन्दगी का एक महत्वपूर्ण पडाव है। नई जिम्मेदारियां और नए लोगों के साथ तालमेल बिठाने में वक्त लगाता है लेकिन पैसे आपकी नई गृहस्थी के लिए कोई समस्या ना बने, इसके लिए समझदारी और निर्णायक कदम लें। मनी मैनेमेंट के बेहतरीन ऑप्शन का चुनाव करें और अपने नए जीवन को सकारात्मक दिशा दें।
वैवाहिक बजट दोनों की आपसी बातचीत पर पसंद-नापसंद को ध्यान में रखकर निर्धारित करें। इमर्जेसी की स्थिति के लिए हमेशा अपने बैंक बैलेंस में पैसे जरूर रखें। लडकी यदि नई गृहस्थी को लेकर कुछ सुझाव देती है तो प्रत्येक माह का संतुलित बजट भी तैयार कर लें ताकि लडकी भी लडके की मासिक आय को लेकर समझदारी भरे कदम उठाए और शादी के बाद होने वाले झगडे से बचा जा सके। शादी नए जीवन के साथ नई जिम्मेदारियों की भी शुरूआत है। इसलिए बेहतर मनी मैनेजमेंट अपनाकर सुखद वैवाहिक जीवन का सुख उठाए।