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जब बदलने लगे पति....

By: Team Aapkisaheli | Posted: 09 Mar, 2012

जब बदलने लगे पति....
जब पति-पत्नी एक दूसरे को समझने लगते हैं तो जिंदगी का सफर आसान और खुशहाल बन जाता है। लेकिन इस भागदौड और जिम्मेदारी भरे जीवन में कई बार पति पारिवारिक जीवन में सही तालमेल नहीं रख पाते ,जिस के कारण उन के व्यवहार में चिडचिडापन व बदलाव आना स्वाभाविक होता है। ऎसी स्थिति में पत्नी ही पति के साथ सामंजस्य बैठा कर दांपत्य की गाडी को पटरी पर ला सकती है।
सलाह लें: पति की अहमियत को कम न आंकें वैवाहिक जीवन से जुडी समस्याओं में उन की सलाह जरूर लें। परिवार की समस्याओं का समाधान अकेले न कर के उन का भी सहयोग लें। यकीनन उन के व्यवहार में बदलाव आएगा।
कार्यो का बंटवारा: कई बार पति चाहते हैं कि घरेलू कामों में उन की साझेदारी कम से कम हो। लेकिन पत्नियां अगर कामकाजी हैं तो वे पति से घरेलू कामों में हाथ बंटाने की अपेक्षा करती हैं। इस स्थिति से उपजा विवाद भी पति के स्वभाव में बदलाव का कारण बनता है। ऎसे में कायों№ का बंटवारा आपसी सूझबूझ व प्यार से करें। फिर देखिएगा,पति खुशीखुशी आप का हाथ बंटाऎंगे। कम न आंकें अगर पति छोटी पोस्ट पर है और पत्नी किसी बडे ओहदे पर है तो ध्यान रहे आपकी पोस्ट या इनकम की वजह से आपका पति हीनभावना का शिकार ना हो जाए। साथ ही पत्नी को अपने पति की पोस्ट को कम आंकना चाहिए।
छोटी समस्याओं से खुद निपटे: परिवार से जुडी छोटीछोटी समसयाओं का निबटारा स्वयं करें। रोज शाम को पति के सामने अपने दुख का पिटारा न खोलें। इस का सीधा असर पति के स्वभाव पर पडता है। वे किसी न किसी बहाने से ज्यादा समय घर के बाहर बिताने लगते हैं या स्वभाव से चिडचिडे हो जाते हैं। संयुक्त परिवारों में रह रहे कपल्स में यह समस्या आम है। छोटीछोटी घरेलू समस्याओं का हल स्वयं निकालने से आप का आत्मविश्वास तो बढेगा ही, पति भी आप जैसी समझदार पत्नी पर नाज करेंगे।
ज्यादा पजेसिव न हों
पति के पत्नी के लिए और पत्नी के पति के लिए जरूरत से ज्यादा पजेसिव होने पर दोनों में एकदूसरे के प्रति चिडचिडाहट पैदा हो जाती है। अत: रिश्ते में स्पेस देना भी जरूरी है। पति की महिला मित्रों या पत्नी के पुरूष मित्रों को लेकर अकसर विवाद पनपता है, जिस का बुरा असर आपसी रिश्तों पर व पतिपत्नी के व्यवहार पर पडता है। जीवनसाथी को हमेशा शक की निगाहों से देखने के बजाय उन पर विश्वास करना आवश्यक है।
ईष्र्यालु न बनने दें
कभी कभी ऎसा भी होता है कि कैरियर के क्षेत्र में पत्नी पति से आगे निकल जाती है। इस स्थिति में पति से आगे निकल जाती है। इस स्थिति में पति के स्वभाव में बदलाव आना तब शुरू होता है, जब पत्नी अधिकतर फैसलों में पति से सलाहमशवरा करना आवश्यक नहीं समझतीं। ऎसे हालात अलगाव का कारण भी बन जाते हैं। अपनी तरक्की के साथ साथ पति की सलाह का भी सम्मान करें। इस से पति को अपनी उपेक्षा का एहसास भी नहीं होगा और रिश्ते में विश्वास भी बढेगा।
खुल कर दें साथ
खुशहाल वैवाहिक जीवन जीने के लिए सैक्स संबंध में खुलापन भी बेहद जरूरी है। रोजरोज बहाने बना कर पति के आग्रह को ठुकराते रहने से एक समय ऎसा आता है कि पति आप से दूरी बनाने लगते हैं या कटेकटे से रहने लगते हैं। जिस से दांपत्य में नीरसता आने लगती है। कभी कभी ऎसा हो सकता है कि आप पति का सहयोग करने में असक्षम हों। ऎसे में पति को प्यार से समझाएं। सैक्स में पति का खुल कर साथ दें, क्योंकि यह खुशहाल दांपत्य की ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की भी कुंजी है।
घर का बजट
घर का बजट संतुलित रखने की मह┼╛वपूर्ण जिम्मेदारी पत्नी के कंधों पर होती है। अनापशनाप खर्चा का बोझ जब पति पर पडने लगे तो वे चिडचिडे होने लगते हैं। इस समस्या से निबटने का सब से सरल उपाय है महीने भर के बजट की प्लांनिग करना व खर्चो को निर्धारित करना। समझदारी गृहणि की जब आप अपने बजट के अलावा बचत भी करेंगी, तो आप के पति की नजरों में आप के लिए प्यार दोगुना हो जाएगा।
इन पर भी गौर फरमाएं
जरूरत से ज्यादा अपेक्षाओं से बचें सजसंवर कर रहें। प्यार करे, अधिकार जताएं पर हुकूमत करने से बचें। उन की जरूरतों को समय से पूरा करें। फोन पर आई लव यू कहें,रोमांटिक एसएमएस भेजें। रोमांटिक बनें। हफ्ते में कम से कम 1 बार बाहर खाना खाने या फिल्म देखने जरूर जाएं। हफ्ते में कम से कम 3 बार उन के साथ हमबिस्तर हों और खुल कर हों। कभी बाथरूम रोमांस, कभी ड्राइंगरूम रोमांस को एंजौय करें। पति की कमियों को प्यार से दूर करें। छोटीछोटी गलतियों को नजरअंदाज करें व संयम से काम लें। बीमारी, परेशानी में एकदूसरे का खयाल रखें। जितनी चादर हो उतने ही पैर फैलाएं। अपने कार्यो को सुनियोजित ढंग से निबटाएं। एकदूसरे की भावनाओं को समझें । ये छोटी छोटी बातें ध्यान में रखी जाएं तो वैवाहिक जीवन हमेशा खुशनुमा रहता है। पत्नियां इन टिप्स को अपना कर अपनी लाइफ इजी बना सकती हैं और पतियों के स्वभाव में आने वाले बदलाव को समझ कर उनका भी सहयोग कर सकती हैं।
असामान्य व्यवहार की वजह
दिल्ली हाई कोर्ट के एडवोकेट अनवर अहमद खान का कहना है,""चिडचिडापन पति के अंदर तभी आता है जब पत्नी से उन की अपेक्षाएं पूरी नहीं होती हैं या वे अपनी कमियों को देख नहीं पाते। ऎसे में आप को समझदारी और प्यार से पति के चिडचिडेपन को दूर करना चाहिए वरना यह इतनी बढ जाता है कि तलाक की नौबत आ जाती है।"" डॉक्टर दिनेश कहते हैं,""हमारे शरीर में रात और दिन में कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं। जैसे सुबह के समय खासतौर पर 4 से 10 बजे तक हारमोनों में विद्यमान कार्टिसोल अपने बढे स्तर पर रहता है। यदि हम तनावग्रस्त हैं या फिर शोक अथवा चिंताग्रस्त हैं तो और बढ जाता है। तब कुछ भी सामान्य नहीं लगता। ऎसी स्थिति से निबटने के लिए मनोचिकित्सक से संपर्क करने में कतई संकोच न करें।

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