सावधानी में ही सुरक्षा है
By: Team Aapkisaheli | Posted: 21 Jan, 2013
ऑफिस में काम करने वाली महिलाएं हों, किसी ओर शहरों व विदेशों में पढाई करने वाली छात्राएं, अपने सपनों को हकीकत में बदलने के लिए इन्होंने अपने घर, शहर और यहां तक कि देश की सीमा को लांघ कर खुद को सशक्त बनाया है। इनमें दुनिया के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का जज्बा कूटकूट कर भरा है। यही नहीं, गांवोंकसबों में रहने वाली ग्रामीण महिलाओं ने भी घूंघट से बाहर आ कर खुद का सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया है। ये महिलाएं हथकरघा, मजदूरी व अनेक तरह के सिलाईबुनाई आदि के काम कर रही हैं व अपने पैरों पर खडी हैं, अपने खुद के फैसले ले रही हैं साथ ही अपने परिवार को चलाने में आर्थिक मदद भी प्रदान कर रही हैं। ऎसे में जरूरी है कि आप घर व शहर से दूर जाते समय इन बातों का विशेष ध्यान रखें।
आप अगर पहली बार पढाई, जॉब के इंटरव्यू आदि केलिए घर दूर जा रही हैं तो माता-पिता को साथ लेकर जाएं, अकेले और वो भी नए शहर में जाना सही नहीं है। अपने मातापिता को कुछ वक्त तक अपने साथ ही रखें।
यदि आप अपने किसी दोस्त या सहेली के साथ घर से दूर जा रही हैं तो उस दोस्त का पताठिकाना घर वालों को दे कर जाएं।
एक बात का खास ध्यान रखें कि आप किसी पर भी जल्दी भरोसा ना करें। अपने आसपास की गतिविधियों पर नजर रखें।
किसी को भी अपने बारे में किसी प्रकार की गुप्त जानकारी ना दें। अपने कै्डिट कार्ड या एटीएम कार्ड कर किसी से जिक्र ना करें।
जहां तक हो सके रात को बाहर निकलने से परहेज करें।
होटल में चेकइन करते समय यदि रिसैप्शन पर बैठा रिसैप्शनिस्ट आप का नाम लिखे बिना ही आपको कमरे में जाने को कहे तो ऎसा कतई ना करें। उससे कहें कि पहले वह आप का नाम व नंबर अपने रजिस्टर में लिखे।
कोशिश करें कि आप जहां रूकी हैं वह कमरा ऊपरी मंजिल पर हो, सीढियों के बजाय लिफ्ट के आसपास वाला कमरा सुरक्षा की दृष्टि से ठीक रहता है।
आटोरिकशा या टैक्सी चालक द्वारा सुझाए गए स्थान पर यदि रहना भी पडे तो पूरी तसल्ली के बाद ही रूकें।