गहरी नींद सोइए जवां रहिए
By: Team Aapkisaheli | Posted: 12 May, 2012
कहते है कि गहरी और अच्छी नींद लेने से आप अपने सौंदर्य और स्वस्थ को पूर्ण रूप से बनाए रख सकती है और अगर किसी कारण वंश नींद ठीक से नहीं आ रही है तो यह चिंता की बात हैं रात भर गहरी नींद सोेने वाले दिन भर तरोताजा महसूस करते है ऎसे में उनका मन प्रसन्न तो रहता ही है बल्कि कई बीमारियों व रोगों से भी दूर रहते हैं दूसरे शरीर में स्फूर्ति बनी रहें तो हर काम में मन लगा रहता है। चाहे बच्चो, बूढे, जवान ही क्यों न हों। अगर नींद पूरी न हो तो कई रोग होने का डर हैं ऎसे में व्यक्ति दिन भर सुस्त, चिडचिडे हो जाते है किसी भी काम में मन नहीं लगता और इनके शरीर में रोगाणुओं से लडने की क्षमता गहरी नींद सोने वालों की अपेक्षा अत्यधिक कम होती है अगर जिन लोगों को रात में ठीक से नींद आती है तो ऎसे लोगों को बीमारियों के भी शिकार हो जाते हैं। ऎसे लोगों का शरीर इंसुलिन नामक हरमोन के प्रतिकम संवेदनशील होता है और वे आगे चल कर डायबिटीज, मोटापा, और उच्चा रक्तचाप जैसी बीमारियों से पीडित देखें जाते हैं। नींद क्यों नहीं आती सोने से पहले सारी चिंताओं को अपने साथ लेकर सोना । कुछ आंकडो के अनुसार महिलाएं इस रोग की शिकार ज्यादा होती हैं।
अनिद्र के मुख्यत: निम लोग शिकार होते हैं।
1.कलहयुक्त माहौल में रहने वाले।
2.तलाक शुदा
3.स्टै्रस, चिंता और अवसाद से ग्रस्त रहने वाले
4.जिनके बैडरूम का तापमान गरम या ठंडा रहना
5.पति-पत्नी के बीच संबंधों का ठीक न होना
6.परीक्षा की तैयारीकरने वाले ,बेरोगार आदि
7.शराबी और कोई नशा करने वाले
8.मानसिक रोगी
9.बुखार, खांसी, दर्द, सांस की बीमारी से ग्रस्त रहने वाले।
10.ऑफिस, व घर-परिवार की चिंता के कारण। शांति से सोने के फायदे आप जब रात भर गहरी नींद के बाद सुबह उठते है तो मन काफी प्रसन्न तथा स्फूर्तिदायक होता है जिससे काम करने मन खूब लगा रहता है दिन भर चुस्त और ऊर्जावान बने रहने के बाद शाम को जब सोने जाते हैं तो अच्छी नींद आती है। आप नियमित ऎक्सरसाइज करें खानपान में तैलीय चीज़ों का सेवन कम कर दें। चाय, काफी को भी कम मात्रा में लें तो इससे आप कम से कम 7 घंटे शांति से सो सकेंगे।
कुछ नियम बनाएं
1.सुबह जल्दी उठकर किसी पार्क में घुमने जाएं, योगा करें। सबुह की धूप के नियमित सेवन से मिलैटोनिन नामक हारमोन के निर्माण में वृद्धि होती है, जो गहरी नींद में सहायक होता है।
2.दोपहर के बाद चाय-काफी न लें। जिन लोगों को नींद न आने की परेशानी होती हैं वे लोग कैफीन के प्रति संवेदनशील होने के कारण चाय-काफी पीने से बचते हैं और अगर कहीं यह परेशानी आप को भी है तो आप भी इससे बचें।
3.सोने के लिए शांत वातावरण- आप बैडरूम का इस्तेमाल केवल सोने और सैक्स के लिए करें। अगर 10-15 मिनट तक बिस्तर पर लेटने के बाद भी नींद न आएं तो बिस्तर को छोड दें और दोबारा तब तक न जाएं जब तक नींद न आने लगे। तो कुछ देर तक कोई किताब पढें। बैडरूम पूरी तरह शांत वातावरण यानी शोर शराबे से दूर हो तथा उसका तापमान भी सामान्य होना चाहिए न तो ज्यादा गरम, न ही ज्यादा ठंडा हों। स्टै्रस की स्थिति में पहुंचना- जब आप गहरी नींद नहीं सोते तो आप का शरीर स्ट्रैस की स्थिति में पहुंच जाता है इससे उच्चा रक्तचाप भी हो सकता है, और फिर ऎसी ही स्थिति में शरीर में स्टै्रस हारमोन का बनना बढ जाता है। इन्हीं की वजह से हार्टस्ट्रोक व हाटअटैक आने का डर रहता है।स्टै्रस से ही हारमोन नींद में बाधा पहुंचाने का काम करता हैं इसलिए तो आप रिलैक्सेशन तकनीक को जानें ताकि स्ट्रैस के प्रभाव को कम किया जा सके। इससे नदीं न आने की समस्या दूर हो सकें। शरीर में सूजन के स्तर को स्ट्रैस हारमोन से ही बढती है जिससे कैंसर, डायबिटीज, हार्ट डिजीज केलिए रिस्क फै क्टर का काम करता है। जो रात भर गइरी नींद सोते हैं उन लोगों को इस बीमारी की संभावना नहीं होती है। डाक्टर से संपर्क करें अगर आप अपनी जीवनशैली में परितर्वन कर लिया हो और उसके बावजूद आप को रात में अच्छी नींद नहीं आ रहीं तो डाक्टर से बात करें शायद हो सकता है कि आपको स्लीप डिसऔर्डर नामक बीमारी हों। इस के लिए डाक्टर आपको दवाएं दें तो उनका आप समय से लें जिससे आप अच्छी और गहरी नींद सोने लगेंगे।