क्या हुआ अगर अकेले हैं तो...
By: Team Aapkisaheli | Posted: 01 Mar, 2013
दुनिया चांद पर जा पंहुची है और वहां आराम से घूम भी रही है, लेकिन एक महिला की स्वतंत्रता को हमारा समाज स्वीकृति प्रदान नहीं कर सकता है। आज के दौर की महिला आत्मनिर्भर है और हिम्मतीवाली है तथा ऎसे कई कार्ये करने की क्षमता रखती है जो काम अब तक पुरूष करते आये हैं अब वहीं कार्य एक महिला बडी आसानी से कर लेती है। इन सब से परे आज वह जीवन भर अकेले रहने का फैसला ले रही है। चलिए आज महिलाओं के अकेले रहने पर ही चर्चा करते हैं।
अगर आप परिस्थितिवश या खुद अकेले रह रही हैं तो कभी भी खुद को अकेलेपन का शिकार ना होने दें।
अकेले रहना यूं तो बहुत दिक्कत भर फैसला है, लेकिन अकेलापन आपको भयावह स्थिति में ना डाल दे, इसके लिए खुद को शारीरिक एवं मानसिक दोनों रूप से मजबूत बनाकर रखें।
नए लोगों से दोस्ती मेल-जोल बनाएं लेकिन उन पर हद से ज्यादा विश्वास ना करें और ना ही उनसे अपनी व्यक्तिगत बातें शेयर करें।
अकेलेपन को लेकर अपनी सोच और व्यक्तित्व को अलग बनाइए।एक खास बात याद रखिए अकेले रहना कोई अभिशाप नहीं है। तनावमुक्त रहने का हर सम्भव प्रयास कीजिए। अकेले रहना इतना मुश्किल नहीं, अगर अकेलापन आप पर हावी ना हो तो।
अकेले रहना विवशता हो या ख्वाहिश दोनों ही रूप में खुद को अकेलेपन के हवाले मत कीजिए। आखिर अकेले हैं तो क्या गम है।
अपने व्यक्तित्व से गलत आदतों को निकाल कर बहार फेंकिए, ऎसी आदत जो आपको कमजोर बनाए उस बदल डालिए। अकेले रहने पर इन आदातो से बचना उस बदल डालिए। अकेले रहने पर इन आदतो से बचना ही अच्छा है। मेडिटेशन कीजिए ताकि टेंशन अकेलेपन पर भारी ना पडे।