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दिखें हमेशा खिली-खिली

By: Team Aapkisaheli | Posted: 02 May, 2012

दिखें हमेशा खिली-खिली
जो भी आपको देख तो बस देखता ही रहे जाएं और वो साचे कि जरूर इसकी उम्र 20 से कम ही होगी। हर किसी की चाह होती है कि उसकी उम्र कम से कम 5-10 साल छोटा ही लगे। तो इसके लिए कुछ कोशिश की जाती है और जरूरी है उचित पोषण, जो संतुलित आहार से ही संभव है यह तो सभी जानते है लेकिन हम सही तत्वों की जानकारी भी रखते है इनकी उचित मात्रा लेने से आप की सेहत ही खूबसूरती में भी निखार जाती है। जिससे हम अपनी उम्र से कम ही नजर आते है तो आइए जानते हैं इन पोषक तत्वों के बारे में।
विटामिन-ए
विटामिन ए से मजबूत हडिडयां, स्वस्थ त्वचा, स्वस्थ दांत, व आंखें, बाल की देखभाल विकास के लिए बहुत ही आवश्यक है इसकी एक संतुलित मात्रा शरीर में जानी चाहिए, क्योंकि यह शरीर में एकत्र होता रहता है यदि हमारे शरीर में विटामिन ए की अधिक मात्रा ऊतकों को आक्सीराइज्ड करती है तथा अधिक उम्र कारण बनती है व्यक्ति अपनी उम्र से अधिक दिखने लगता है।
विटामिन-बी काम्पलेक्स,
पैटोथैनिक एसिड व बायोटीन, पैरा एमीनोबैंजोइक एसिड के साथ सारे बी विटामिन आपस में मिलकर अधिक असरकारक होते हैं। इसलिए इन सभी को साथ-साथ लिया जाये तो अधिक असरकारक होते हैं। विटामिन बी ब्लड, हेयर, स्किन, नेलस तक ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करता है। अगर किसी कारण वंश ऑक्सीजन नहीं पहुंच सके तो कोशिकाएं विकासित नहीं हो पाती है। कैरोटीन,बायोटीन के निर्माण के लिए आवश्यक है । विटामिन बी आयरन के साथ हीमाग्लोबिन के निर्माण के लिए आवश्यक है।
विटामिन-सी
विटामिन सी शरीर की प्रतिरोधी शक्ति बढ़ाकर सदीं के मौसम में जुकाम जैसी बीमारियों से बचाता है। साथ ही हमारे दांतो व मसू़डों को भी मजबूत रखता है विटामिन सी विटामिन ई के साथ मिलकर हमारे शरीर को हेल्दी रखता है इससे हमारे शरीर पर उम्र का असर जल्दी नहीं दिखता है। यह जल में घुनलशील विटामिन है, इसलिए यह अधिक मात्रा में शरीर में यदि पहुंच भी जाये तो नुकसान नहीं होता असकीकमी से स्कर्वी व पायरयि जैसी बीमारी हो जाती है। विटामिन-डी विटामिन डी शरीर के लिए अति अवश्यक होता है यह हमारे शरीर में हड्डयों को मजबूती प्रदान करता है यह हमे सूरज की किरणों से भी प्राप्त होती है इसकी कमी से महिलाओं में आस्टियोपोरोसिस रोग और बच्चाों में रिकेटस जैसे रोग हो जाता है।
विटामिन-ई वृद्धावस्था में यह कम होती शारीरिक क्षमता से उत्पन्न बीमारियों के बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह धमनियों की दीवारों से बैड कोलेस्ट्रोल को हटाता है । इस सभी पोषक तत्वों के सेवन के साथ आप शरीर को मजबूत बनाये रखने के लिए नियमित व्यायाम भी करें। कोएंजाइम कोएंजाइम का स्तर हमारे शरीर में कम से कम 20 से 25 वर्ष के बाद बढ़ती उम्र में कम होने लगता है कोएंजाइम एक पावरफुल एंटआक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है, जो शरीर को झुरियों से बचाता है, जिससे उम्र कम लगने लगती है। यह शारीरिक बीमारी व डायरेक्ट सनलाइट में जाने से भी शरीर में कम हो जाता है। कैल्शियम कैल्शियम हमारे शरीर का अत्यावश्यक पोषक तत्व है, जो स्वस्थ शरीर व जीवन के लिए किए जाने वाले कायों के लिए भी आवश्यक है।
कैल्शियम
हमारे शरीर में हçड्डयों व दांतो का बनावट केलिए आवश्यक है इसके अलावा मांसपेशियां, ह्वदय के संकुचन, रक्त का थक्का बनाने केे लिए भी कैशियम आवश्यक है 30 से 35 उम्र में पहुंचते पहुंचते हमारी हçड्डयों में कैल्शियम की कमी होने लगती है नतीजतन हçड्डों कमजोर होने लगती हैं। कैल्शियम की कमी से बच्चाों को रिकेट्स नामक बीमारी हो जाती है तथा व्यस्कों में कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना पैदा करती है। पुरूषों की अपेक्षा çस्त्रयों में कैल्शियम कम मात्रा में पाया जाता है महिलाओं में 400 मि.ली. ग्राम कैल्शियम की मात्रा जरूर होनी चाहिए। और प्रेगनेंसी में तो कैल्शियम की मांग ही बढ़ जाती है। यह माना जाता है कि दूध पीने से शरीर में कैल्शियम कीमांग पूरी हो जाती है परन्तु कैल्शियम की शरीर में पूर्ति के लिए दूध के अलावा दूध से बने पदार्थ मक्खन, पनीर, दही आदि का सेवन करना चाहिए । चने तथा चने के पानी में भी कैल्शियम काफी मात्रा में होता है। यदि कैल्शियम विटामिन डी के साथ लिया जाये तो शरीर इसका ज्यादा अवशोषण कर पायेगा।
आयोडीन
हमारे शरीर का टू थर्ड आयोडीन थायराइड ग्लैंड में होता है। थायराइड ग्लैंड हमारी अपापचयी दर को नियंत्रित करती है आयोडीन की कमी बालों, नाखून व स्किन के रूप व बनावट को प्रभावित करती है यह हमारे शारीरिक विकास के लिए जरूरी है आयोडीन की कमी से गॉयटर रोग होता है जिसमें थायराइड ग्लैंड का साइज बढ़ जाता है।
एलसैसटीन
एल सैसटीन एक एमीनों एसिड है जो प्रोटीन से मिलता है यह मजबूत केश तंतुकी बनावब् के लिए जरूरी है इसकी नियमित मात्रा से हेयर फॉल की प्रॉब्लम दूर हो जाती है बालों की ग्रोथ बढ़ाने में भी यह कारगर होता है।
सिलिका
सिलिका हçड्डयों के लिए लाभदायक है यह रक्त नलिकाओं का लचीलापन व शक्ति बचाकर स्वस्थ रखता है यदि शरीर में सिकलका की मात्रा कम हो जाये तो झुरियों में वृद्धि हो जाती है। इसके अलावा नाखूनों पर प़डने वाले सफदे निशानों का एक अच्छा इलाज सिलिका की सही मात्रा है। फोलिक एसिड फोलिक एसिड हमें ग्रे हेयर प्राब्लम्स से दूर रखता है। यदि इसका नियमित उचित मात्रा में सेवन किया जाये तो उम्र सेपूर्व आने वाली सफेद बालों की समस्या को रोका जा सकता है।
कॉपर
कॉपर, सेलिनियम, मैगनीज और जिंक दूसरे एंअीआकसीडेंअ केलिए शक्तिशाली सहायक के रूप में कार्य करते हैं वे अपना यह कार्य अधिक जटिल एंटीआक्सीडेंट अणुओं के जरूरी यौगिको के साथ मिलकर करते है। कॉपर विटामिन सी के साथ मिलकर कोलेजोन टिशूज के बंधन को मजबूत बनाते हैं। कोलेजोन वह पदार्थ है, जो हमारी स्किन में माइpराइजर पैदा कर हैल्दी रखता है।

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