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जब सेक्स के लिए ना हो टाईम

By: Team Aapkisaheli | Posted: 14 Mar, 2012

जब सेक्स के लिए ना हो टाईम
बदलती लाइफस्टाइल का सबसे बडा सच यह है कि आज कपल्स के पास सेक्स के लिए भी वक्त नहीं होता, जबकि सेक्स रिश्ते को मजबूत बनाए रखने में अहम् भूमिका अदा करता है। यही नहीं शोध बताते हैं कि इसका स्वास्थ्य पर भी बहुत गहरा प्रभाव पडता है। जो लोग दिनभर ऑफिस में ही एक ही जगह बैठकर काम करते हैं उनकी सेक्स में रूचि कम हो ही जाती है, साथ ही वे सेक्स को उत्साह से नहीं करते। सेक्स में रूचि कम होने के साथ-साथ तमाम स्वास्थ्य समस्याएं और सेक्स समस्याएं भी बढ जाती हैं। प्री-मैच्योर इजैक्युलेशन और इरेक्टाइल डिस्फंक्शन जैसी समस्याएं बढ जाती हैं। दिनभर कुर्सी पर बैठकर लगातार काम करने से रीढ की समस्या उत्पन्न हो जाती है और रीढ सेक्स के दौरान बहुत महत्वपूर्ण काम करती है यानी इसका सीधा असर सेक्स लाइफ पर पडता है। इन सभी समस्याओं के पीछे वजह होती है देर तक और ज्यादा काम करना। आज ज्यादातर युवक-युवतियां, यहां तक कि नए शादीशुदा जोडे भी कòरिअर में ऊंचा मुकाम हासिल करने के लिए देर तक, ज्यादा काम करते हैं जिससे उन्हें सेक्स के लिए वक्त नहीं मिलता और फिर सेक्स के प्रति उनकी रूचि भी कम हो जाती है।
बदलती लाइफस्टाइल: ज्यादातर लोग अपने ऑफिस के काम, वर्क कमिटमेंट्स, फैमिली डिमांड्स और दोस्तों के साथ वक्त बिताने में अपना पूरा समय निकाल देते हैं। 95 प्रतिशत लोग पाचन क्रिया की तकलीफों से गुजर रहे हैं और 62 प्रतिशत ऎसे हैं, जिनकी सेक्स में रूचि कम हो गई है। 10 में से 6 लोग वीकएंड पर कुछ भी करना पसंद नहीं करते लेकिन फिर भी उनका पूरा वक्त शॉपिंग, फैमिली की जरूरतों और दोस्तों के साथ बीत जाता है। हर पांच में से एक व्यक्ति ऎसा होता है जो वीकएंड पर भी ऑफिस का काम घर ले जाता है। भागदौड की जिंदगी की यही देन है कि 61 प्रतिशत लोग रात के खाने के लिए सिर्फ 15 से 30 मिनट का वक्त निकाल पाते हैं और 80 प्रतिशत लोग रात में बहुत ज्यादा शराब पीते हैं। घबराहट, बेचैनी व धैर्य न होना इस लाइफस्टाइल की सबसे बडी देन है। बढती हेल्थ प्रॉब्लम्स और तनाव सीधे-सीधे सेक्स लाइफ पर असर डालते हैं। जिंदगी की जरूरी बातों के लिए वक्त नहीं, लेकिन काम के बाद दोस्तों के लिए,शॉपिंग के लिए वक्त निकालना जरूरी व मजबूरी बन गया है। बढते तनाव को कम करने के लिए पार्टनर से बातचीत, शेयरिंग और सेक्स की जगह अब लोग शराब का सहारा लेने लगे हैं, क्योंकि पार्टनर के पास भी वक्त नहीं है। दोनों ही थककर घर आते हैं। दोनों ही वर्कलोड महसूस करते हैं। शाम तक एनर्जी लेवल इतना कम हो जाता है कि सेक्स की इच्छा ही नहीं रहती। वीकएंड पर घर के बाकी बचे जरूरी काम करने होते हैं या फिर बच्चो हैं तो उन्हें वक्त देना होता है। अगले हफ्ते की तैयारी, सब्जी, बैंक का काम या घर की साफ-सफाई, कपडे, बर्तन में ही पूरा वीकएंड बीत जाता है। शाम को मन किया तो मूवी देखी जा सकती है लेकिन सेक्स के लिए फिर भी टाइम और मूड दोनों ही नहीं बचते।
उपाय: एक-दूसरे के लिए वक्त निकालिए इससे पहले कि बहुत देर हो जाए। सेक्स की शुरूआत मस्तिष्क में होती है इसलिए सेक्स के बारे में सोचें, उस पर बातें करें, उसके बारे में पढें। वीकएंड पर ऑफिस को भूल जाएं। पूरा दिन पार्टनर के साथ रोमांटिक मूड में रहें। शॉपिंग करने साथ-साथ जाएं, मूवी देखें, डिनर करें और रात को रिलेक्स होकर एक-दूसरे को पूरा समय दें। शाम को बेड पर दिनभर की बातें, टेंशन या शिकायतें लेकर न आएं। चाहत की गर्मी भी बनाए रखना आपके हाथ में है। ऑफिस में भी 5 मिनट का वक्त निकालकर एक-दूसरे को कॉल करके प्यार भरी बातें करें। खुद को तनावग्रस्त महसूस करने की बजाय हमेशा सेक्सी महसूस करें। यह एहसास ही आपको बहुत हद तक सेक्स के प्रति आकर्षित कर देगा। अपने डाइट और फिटनेस पर भी ध्यान दें।

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