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ये हैं नए किचन-ट्रेंड्स

By: Team Aapkisaheli | Posted: 02 May, 2012

ये हैं नए किचन-ट्रेंड्स
हमारे ड्रीम होम में किचन की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। किचन इंटीरियर के बारे में डिजाइनरों की राय है कि किचन इंटीरियर ऎसा होना चाहिए कि वो ट्रेंडी हो, वहीं ज्यादा प्रेक्टिकल हो यानि किचन इंटीरियर केवल ये देखकर नहीं करना चाहिए कि ट्रेंड में क्या चल रहा है बल्कि ये देखना चाहिए कि आपके लिए वो चीजें कितनी सुविधाजनक हैं और उनकी देखभाल आपके वश की है या नहीं। ये सारी चीजें जरूर ध्यान में रखनी चाहिए।
ट्रेंड में है ओपन किचन
ओपन किचन आजकल बहुत टें्रड में है क्योंकि लोगों की समझ में ओपन किचन ज्यादातर अपार्टमेंट और फ्लैट में ही अच्छा लगता है, लेकिन अब लोगों ने इसे घरों में बनवाना शुरू कर दिया है। बंगलों में ज्यादातर आपको बंद किचन ही देखने को मिलेगा। अगर स्पेस यानी जगह की दृष्टि से बात करें तो कम जगह में अच्छा किचन बनाने के लिए ओपन किचन अच्छा ऑप्शन है। इससे स्पेस तो बचता ही है, एक्सेसरीज की सेटिंग भी काफी अच्छे ढंग से की जा सकती है। पर ओपन किचन की सफाई थोडी मुश्किल होती है क्योंकि खु्रलेपन के कारण किचन में धूल-मिट्टी ज्यादा होने लगती है और वो जमने लगती है। किचन में सभी एक्सेसरीज की सफाई रोज संभव नही है इसलिए धूल-मिट्टी से बचने के लिए किचन में पारदर्शी ग्लास का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। ओपन किचन में पारदर्शी ग्लास लगाकर कवर करवाया जा सकता है। यह देखने में काफी नया लगता है।
किचन का रंग
बेडरूम और लिविंग रूम की तरह किचन में भी रंगों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अगर किचन में रंगों की बात करें तो किचन की दीवारों में हमेशा हल्के रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि किचन मे तेज रोशनी का होना बहुत जरूरी होता है और गहरे रंग अक्सर रोशनी को दबा देते हैं, इसलिए किचन में हमेशा लाइट यलो, व्हाइट, लाइट ब्लू और लाइट ग्रीन रंगों का इस्तेमाल करें। इससे आपके किचन में बैलेस बना रहता है और वो देखने में ट्रेंडी भी लगता है। इसके अलावा किचन स्लेब के लिए हमेशा डार्क रंग के पत्थर का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
किचन और कैबिनेट
किचन में सामान रखने के लिए और सुविधा को देखते हुए कैबिनेट और रैक बहुत जरूरी है पर किचन में कैबिनेट किचन की स्पेस को ध्यान रखते हुए बनवाना चाहिए। यदि ऎसा न किया जाए तो सुविधा असुविधा में बदल जाती है। यदि किचन बडा हो तो अधिक यानि सात से आठ तक कैबिनेट बनवाये जा सकते हैं। छोटे किचन में कम कैबिनेट होनी चाहिए। आप वुडन की जगह ग्लास का कैबिनेट बनवा सकती हैं। यह देखने में भी अच्छा लगेगा और सामान को ढूंढने में आपको असुविधा नहीं होगी क्यांकि आपको बाहर से ही पता चल जाएगा कि कौन-सा सामान कहां है।
किचन की फ्लोरिंग
किचन के लिए बाजार में अलग टाइल्स मिलते हैं जो खास किचन के लिए बनाए जाते हैं। अधिकतर किचन के लिए सेमी ग्लॉसी टाइल्स या रफ टाइल्स का इस्तेमाल किया जाता है। इनकी सफाई भी आसान है।
किचन एक्सेसरीज
आजकल किचन को लग्जरी और ट्रेंडी लुक देने में सबसे ज्यादा चिमनी का इस्तेमाल किया जाता है और चिमनी किचन के लिए जरूरी भी है। चिमनी खरीदते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। भारत में वसा युक्त खाना ज्यादा बनता है तो इन चीजों को ध्यान में रखते हुए चिमनी ऎसी लेनी चाहिए जो धुएं पर काबू करने में कारगर हो। इसके अलावा जूसर-मिक्सर-ग्र्राइन्डर जैसी चीजें और माइक्रोवेव जैसी एक्सेसरीज किचन की शोभा बढाते हैं। माइक्रोवेव खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए कि माइक्रोवेव किचन के हिसाब से हो। यदि किचन छोटा है तो 17 लीटर का माइक्रोवेव ले, इससे बिजली भी कम खर्च होगी। आप 26 लीटर का माइक्रोवेव लेने की गलती न करें क्योंकि यह केवल बडे किचन में ही अच्छे लगते हैं।

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