दवाओं के बारे में ये बातें जरूर ध्यान रखें
By: Team Aapkisaheli | Posted: 22 Mar, 2012
अक्सर लोग हर छोटी-मोटी बीमारी पर दवाइयां तो ले लेते हैं पर दवाओं के बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं होती। इसलिए दवाइयां लेने से पहले कुछ बातों का ख्यान रखें। डॉक्टर को ये बातें जरूर बताएं
- यदि आपको किसी दवा से एलर्जी है या फिर किसी खास चीज से किसी तरह का रिएक्शन हो जाता है तो अपने डॉक्टर को जरूर बताएं।
- यदि आप अन्य दवाएं, जैसे-डाइटरी सप्लीमेंट्स, विटामिन्स व मिनरल आदि ले रही हैं।
- यदि आप गर्भवती हैं या फिर गर्भधारण की प्लानिंग कर रही हैं।
- यदि आप स्तनपान करा रही हैं।
- यदि आप किसी खास तरह के डाइट प्लान का पालन कर रही हैं, जैसे-कम शक्कर या कम नमक आदि।
- यदि आपको एक से ज्यादा बीमारी हो यानी जिस बीमारी की दवा चल रही हो उसके अतिरिक्त भी कोई अन्य शारीरिक समस्या हो।
- यदि आपको दवाएं लेने में कोई परेशानी आ रही हो।
ऎसे में क्या करें
- डॉक्टर के द्वारा बताई गई दवाओं की लिस्ट व उनके द्वारा बताए गए डोज की जानकारी साथ रखें।
- दवाइयां उसी तरह लें, जैसे डॉक्टर ने बताई है। ट्रीटमेंट के लिए जितना समय निर्धारित किया है, उतने समय तक दवाइयां जरूर लें।
- बीच में ही दवाइयां लेना बंद न कर दें। जब तक कि डॉक्टर से बातचीत न हो, क्योंकि दवाइयों का इस्तेमाल बंद करने से हो सकता है कि आप वापस बीमार पड जाएं या बीमारी का इलाज और मुश्किल हो जाए।
- दवाइयां लेने पर यदि किसी तरह का साइड इफेक्ट लगे तो तुरन्त डॉक्टर से संपर्क करें। क दवाएं लेने से पहले दवा की शीशी या पैकिंग पर दिया गया निर्देश जरूर देख लें। ध्यान रहे, हर दवा को लेने के तरीके भी अलग-अलग होते हैं। कुछ दवाएं खाली पेट ली जाती हैं तो कुछ खाने के बाद या पहले।
- अपने डॉक्टर से पूछ लें कि दवाइयां लेने के दौरान खान-पान से संबंधित क्या परहेज करना है।
- यदि आप दवाई पानी के साथ ले रही हैं तो पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं, न कि सिर्फ दवाई को निगलने जितना, क्योंकि कम पानी के साथ दवाई लेने से हो सकता है कि दवाई गले में अटक जाए या ठीक से न घुल पाए। इस तरह गले में इंफेक्शन होने का डर रहता है।
- किसी भी दवा को तोडकर कूटकर या चबाकर तब तक न खाएं, जब तक कि डॉक्टर ने ऎसा निर्देश न दिया हो।
- एल्कोहलिक पेय के साथ दवाएं न लें।
- दवा के डबल डोज न लें। क अपनी दवाइयां किसी और को न दें। हर व्यक्ति के शरीर की सरंचना, क्षमता व बीमारी के आधार पर दवाएं निर्धारित की जाती हैं, इसलिए यह जरूरी नहीं कि दो व्यक्तियों को एक ही बीमारी हो तो दवाएं भी एक जैसी ही होंगे। कब लें दवाएं
- कोशिश करें कि हर रोज दवाई लेने का समय भी एक ही हो,इसमें कोई बदलाव न करें।
- यदि दवा लेना भूल ही गए हैं तो कोई बात नहीं। जब याद आए तब ले लें। लेकिन यदि समय इतना ज्यादा निकल गया हो कि आपके अगले डोज का समय हो गया है तो पहले वाला डोज छोड दें और आगे की दवा शुरू कर दें। लेकिन अगले दिन इस बात का ध्यान रखें कि दवा सही क्रम व नियमित समय पर ली जाए।
- दवाएं खत्म होने के पहले ही खरीद लें, ताकि डोज छूटे नहीं। कोई भी दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से कुछ बातें जरूर पूछें क दवा का नाम क किस बीमारी के लिए दी जा रही है?
- किस समय लेनी चाहिएक् क खाली पेट लेनी या भोजन के बाद।
- इसे फ्रिज में स्टोर करना है या नहीं।
- यदि एक डोज छूट जाए तो क्या करना हैक् क कितने दिनों तक लेनी हैक् क मुझे कैसे पता चलेगा कि यह असर दिखा रही है?
- इसके कोई साइड इफेक्ट हो सकते हैं क्या?
- क्या इन दवाओं से मेरे काम पर असर पडेगा यानी क्या ये दवाएं लेने के बाद मैं काम पर जा सकती हूं, ड्राइविंग कर सकती हूं?
- इनसे बहुत नींद तो नहीं आती?
- इन दवाओं के साथ क्या परहेज रखना है? स्टोरेज गाइडलाइन्स क दवाइयां रखने में लापरवाही न बरतें। इन्हें बाथरूम, किचन या गीली जगह पर न रखें। गाडी में लंबे समय तक न रखें।
- इन्हें फ्रिज में भी न रखें, जब तक कि डॉक्टर का निर्देश न हो।
- दवाइयों को हमेशा बच्चाों की पहुंच से दूर रखें।
- यदि खुली दवाइयां हों तो इन्हें किसी डिब्बी में डालकर लेबल, डोज और एक्सपाइरी डेट लिख कर रखें।
- यदि दवाओं की जरूरत न हो तो उन्हें सहेजकर न रखें, फेंक दें।
- सफर पर मेडिसिन किट ले जाना न भूलें जब भी यात्रा पर जाएं, अपना मेडिसिन किट जरूर साथ रखें।
- मेडिसिन किट को सूटकेस में न रखें। हैंडबैग या पर्स में रखें ताकि जरूरत पडने पर तुरन्त इस्तेमाल में आ सके।
- दवाएं अतिरिक्त जरूर रखें ताकि सफर में एक-दो दिन ज्यादा लगने पर दवाइयों का क्रम न टूटे।