रिश्तों की गरिमा बनाये रखें
By: Team Aapkisaheli | Posted: 19 Jan, 2013
हर रिश्ते की अपनी एक गरिमा होती है लेकिन जब कोई रिश्ते की मर्यादा को लांघता है और उस रिश्ते को तारतार कर देता है तो ऎसे में रिश्ते अपनी गरिमा को नहीं बल्कि विश्वास को भी को खत्म कर देते हैं। आखिर क्यों बन जाते हैं ऎसे अमर्यादित रिश्ते जिनका समाज में कोई स्थान नहीं होता। आजकल सब कुछ बहुत फास्ट हो गया है। किसी के पास सही-गलत सोचने का समय ही नहीं है। जो कुछ भी लोगों को अपनी सुविधानुसार सही लगता है। वो उस काम को कर डालते हैं। टाइम की कमी आजकल पेरेंट्स को या लोगों के पास समय नहीं होता है। माता-पिता और बच्चो एक साथ कई महीनों तक एक साथ बैठकर बातचीत तक नहीं करते हैं। ऎसे में ना किसी को भी संस्कार, रिश्ते-नाते समझने का समय मिलता और ना ही किसी ओर को समझने का।
कुछ सुझाव
रिश्तों की हद में रहें घर के बडे लोग हों या छोटे सभी को अपनी हद में रहना चाहिए। अभिभावक अपने बच्चों को रिश्तों का महत्व समझायें, उन्हें बतायें कि हर रिश्ते को अपनी गरीमा होती है और मर्यादा होती है, उन्हें उस सीमा रेखा के अंदर ही रहना सिखायें। यदि इसके बावजूद भी बच्चो का मन किसी ऎसे रिश्ते की तरफ आकर्षित होता है तो उसे इसके लिये मारें-पीटें नहीं बल्कि बडे ही प्यार से समझायें।
नजर रखें जासूसी नहीं माता-पिता अपने बच्चों की जासूसी नहीं करें बल्कि उनके ऊपर नजर रखें वो ज्यादा सही है रोज शाम को माता-पिता अपने बच्चों के काम के बारे में जानकारी लें। साथ ही रोजाना ऎसा करने से बच्चों को भी नहीं लगेगा कि आप उनके ऊपर नजर रख रहे हैं।
आपस में विश्वास करना सिखें अभिभावक और बच्चो दोनों ही एक-दूसरे पर भरोसा करें। यदि अभिभावक बच्चों पर भरोसा करें। यदि माता-पिता बच्चों पर विश्वास करेंगे तो बच्चो अपनी कोई भी बात शेयर करने से नहीं डरेंगे।