ड्रीम होम को संवारे डेकोरेटिव प्लांट्स से
By: Team Aapkisaheli | Posted: 08 Oct, 2012
वैसे तो घर की सुन्दरता में चार चांद लगाने के लिए कई सारी एक्सेसरीज होती हैं, लेकिन घर में रखे पेड-पौधों का अलग ही आकर्षण है जो समूचे इंटीरियर में जीवंतता ले आते हैं। पेड, फूल वाले पौधों को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है। उन्हें जगह चाहिए, पर्याप्त रोशनी चाहिए। बीच-बीच में उन्हें बाहर भी रखना पडता है, लेकिन अगर ऎसा ना हो तो प्लांट्स जल्दी खराब हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर आज लोगों के पास समय नहीं है, इसलिए लोग फ्लावरी प्लांट के बजाय डेकोरेटिव प्लांट को ज्यादा पसंद करते हैं। खास बात यह कि इन्हें आप घर के किसी भी कोने में, कहीं भी लगा सकती हैं। इसमें सिर्फ पत्तियां ही होती हैं मेनटेन करने के लिए। मोटे पत्ते वाले पौधे को ट्रीटमेंट की आवश्यकता भी कम होती है और रोशनी की भी ज्यादा जरूरत नहीं होती। ये शेप और साइज को हमेश मेनटेन रखते हैं और हमेशा एवरग्रीन होते हैं।
घर में डेकोरेटिव के लिए
घर में इस प्रकार के पौधे को लगाने के लिए कंटेनर या फिर पॉट्स को यूज में लाया जाता है। ये कई प्रकार के हो सकते हैं। जैसे मिट्टी, ग्लेज्ड क्ले, ब्रास, कॉपर, ग्लास, प्लास्टिक, सीमेंट या फिर क्रंकीट। इसमें यूज की जाने वाली मिट्टी आम मिट्टी से हटकर होती है। जैसे कोकोपीट, पीटमॉस, पर्लटी, सॉडस्ट, राइस हल्स यानी जिनकी पानी को होल्ड करने की क्षमाता ज्यादा होती है। इस कंटेनर में छेद पहले से होता है ताकि पानी का बहाव बना रहे। गमले में मिट्टी को भरने से पहले उस छेद के ऊपर पेबल्स पत्थर रखते हैं ताकि पानी डालते समय पानी के साथ मिट्टी ना बह जाए। कंटेनर के नीचे प्लैटर रख देना चाहिए ताकि पानी बाहर ना फै ले। मिट्टी का गमला गर्मियों में ज्यादा कूलिंग इफेक्ट देता है। प्लास्टिक कंटेनर कैक्टस और सुकुलेंट्स जैसे पौधे के लिए ठीक होता। घरों में आप इनडोर प्लांट के अलावा विंडो बॉकस प्लांट भी लगा सकती हैं। इसमें आप डेकोरेटिव प्लांट से लेकर फ्लावरी प्लांट भी लगा सकती हैं। इसमें लगाएं जाने वाले पौधों में एग्लोनेमा, कैलेडियम, कैल्थिया, हेडहेड्रा, कोर्डाइलिन आदि हैं।
यह प्लांट घर में कहां लगाएं
घरों के अन्दर जहां सीधे धूप आती है जैसे खिडकी के पास या फिर अन्य जगह पर, वहां पर आप एसिलेफा, क्रोटन, कोलेस, हेदेरा हीलिक्स, आदि प्लांट लगा सकती हैं। वैसी जगह जहां पर मध्यम रोशनी उपलब्ध हो, जैसे सोफे के पास या फिर रूम के सेंटर में तो वहां पर आप एस्पैरेगस, क्लोरोफाइटम, कोर्डीलीन, काइकसरिवोल्ता, युनोमस, मनीप्लांट लगा सकती हैं। जहां पर ड्रीम लाइट उपलब्ध रहती हो जैसे रूम के कोने में या फिर खिडकी से दूर वाले एरिया में, वहां पर मारांता, फिलोडेंड्रॉन, नेफ्रोलेपिस आदि लगा सकती हैं।
कुछ बातों को ध्यान दें
पत्तियों पर जमी गंदगी को साफ करने के लिए भीगे कपडों से पोंछ दें। इसमें पानी का टेम्परेचर से अधिक ठंडा नहीं होना चाहिए। पानी सीधे पत्तियों या फिर पत्तियों के गुच्छों पर नहीं उडेलना चाहिए।