अंतरजातीय शादी के लाभ
By: Team Aapkisaheli | Posted: 24 Jan, 2013
आज के टाइम में युवाओं के बीच अंतरजातीय और समुदाय के बाहर विवाह करने का टे्रंड बहुत ज्यादा बढ रहा है और ऎसी शादी कामियाब भी हो रहे हैं। अंतरजातीय शादी के बढ रहे चलन के पीछे युवाओं का छोटे शहरों से निकलकर बडे शहरों में पढाई करने के लिए जाना सबसे बडा कारण है। ऊचे स्तर की पढाई के लिए बडे शहरों में जाने पर लडके-लडकियों अपनी फैमली से दूर रहते हैं और ज्यादातर वक्त अपने क्लास में और क्लास के बाहर क्लासमेट के साथ ही गुजरते हैं। क्लासमेट के साथ रहने पर भावनात्मक जुडाव हो जाना लाजमी है। इसके अलावा आजकल लडके-लडकियां दोनों ही नौकरी पेशा होते हैं और उनका ज्यादातर समय ऑफिस में साथ गुजरता है जिस कारण से उनका लगाव ऑफिस कर्मी से इतना हो जाता है कि वह उसी को अपने लाइफ पार्टनर के रूप में देखने लगते हैं फिर उन्हें इस बात से फर्क नहीं पडता है कि वह किस जाति या धर्म से है। लाभ अंरजातीय शादी करने से नुकसान तो नहीं है लेकिन इससे हमारे देश के विकास और समाज के विकास में सहायता मिलती है इसके अलावा कइ अन्य लाभ होते हैं जो इस प्रकार हैं-
जाति प्रथाएं खत्म युवाओं द्वारा अंतरजातीय शादी करने से समाज में कई सालों से चली आ रही जाति प्रथा का खात्मा करने में सहायता ही मिलती है। क्योंकि समाज में फैली जाति प्रथा समाज और देश के विकास में एक बहुत बढी बाधा उत्पन्न करती है। जब लोग किसी को ऊंचा या नीचा नहीं समझेंगे तो लोगों में समानता की भावना उत्पन्न होगी।
विडो और तलाकशुदा का घर बस जाता है यदि सिकी पुरूष या महिला का तलाक हो जाता है या किसी का पति या पत्नी का देहांत हो जाता है तो ऎसे में अपने समुदाय या जाति में शादी के लिए महिला और पुरूष नहीं मिलने पर आप दूसरी जाति या धर्म में शादी कर सकते हैं। जाति या धर्म का बंधन नहीं होने पर तलाकशुदा लोगों का भी घर बस जाता है।
दहेज यदि लोग अपने समुदाय से बाहर निकलकर विवाह करते हैं तो उन्हें अपने समुदाय में प्रचलित कुप्रथाओं से जैसे- दहेज प्रथा का पालन नहीं करना पडता है।