1 of 1 parts

चुलबुली अदाऎ लगाती है , खूबसूरती में चार चांद

By: Team Aapkisaheli | Posted: 26 Sep, 2012

चुलबुली अदाऎ लगाती है , खूबसूरती में चार चांद
स्मार्टनेस सुंदरता में चार चांद लगा देती है। आज सुंदरता के मानदंड में गोरा रंग और तीखे नैननक्श ही काफी नहीं हैं बल्कि स्मार्टनेस की आज के समय में ज्यादा एहमियत है और स्मार्टनेस को ही शतप्रतिशत नंबर मिलते हैं। हर युवती की यह ख्वाहिश होती है कि वह स्मार्ट दिखे। शादी हो जाने के बाद भी यह इच्छा कम नहीं होती। लेकिन मां बनने और आलस्य के कारण विवाह के कुछसालों के अंदर ही स्मार्टनेस लुप्त हो जाती है। जब दोबारा फ्रेशनेस आती है तो जिम, स्लिमिंग सेंटर और ब्यूटीपार्लर के चक्कर शुरू हो जाते हैं।
यदि सफलता मिल जाए यानी स्मार्ट फिगर बन जाए तो मेंटेन करना आसान नहीं होता और यदि सफलता नहीं मिले तो मन हताश हो जाता है। स्मार्टनेस की पहचान गोरा रंग और छरहरा शरीर नहीं है। बेशक ये आवश्यक हैं लेकिन अंकों के हिसाब से इन्हें पचास प्रतिशत नंबर ही मिल सकते हैं। स्मार्टनेस के लिए बाकी के पचास अंक हावभाव, बौद्धिक स्तर और व्यवहार कुशलता के कारण मिलते हैं।
स्मार्टनेस को परखने का तरीका
स्मार्टनेस क्या है छरहरी काया और बाह्य सौंदर्य को स्मार्टनेस की निशानी मानना अधूरा है। स्मार्टनेस के लिए यह सब होना भी जरूरी तो है लेकिन असलियत में स्मार्टनेस का पता तभी चलता है जब लोगों से सामना होता है। आपका व्यक्तित्व भीड में कैसा है, घबराहट महसूस करती हैं, नर्वस होती हैं या बिना हिचक किसी भी ग्रुप की शान बन सकती हैं, यह स्मार्टनेस को परखने का अच्छा तरीका है। स्मार्ट महिलाओं को पुरूषों से बात करने में परहेज नहीं होता। पुरूषों के सामने वे नर्वस नहीं होतीं। पुरूषों के प्रति उनके मन में कोई कडवाहट या बुरी भावना नहीं होती। पुरूष उनके लिए पार्टी में हौआ नहीं होते।
स्मार्टनेस प्राप्त करने की कुंजी स्मार्टनेस के लिए जरूरी है कि प्रकृति ने आपको जो कुछ दिया है, रंगरूप, नैननक्श, कदकाठी, उसके लिए आपके मन में कोई हीन भावना या ग्लानि न हो। आप मोटी हैं या पतली, काली हैं या गोरी, लंबी हैं या नाटी इसको लेकर कोई कांप्लेक्स मन में न आने दें। कोई शमिंदगी न महसूस करें। आपके मन में छिपी हीन भावना आपको वैसा ही बना देती है जैसा आप महसूस करती हैं।
जब तक हीन भावना आपके मन में रहेगी आत्मविश्वास आ ही नहीं सकता। आपमें कोई शारीरिक कमी है तो उसका सही हल ढूंढिये। यदि यह आपके बस में न हो तो भी हीन भावना से ग्रस्त न हों। बस आप स्वयं को अपडेट रखिये ताकि समाज में किसी भी जगह आप पीछे न रहें।
तारीफ सुनना सबको पसंद
दूसरों की तारीफ कीजिए पुरूष हो या महिला, अपनी तारीफ सुनना सब को अच्छा लगता है। यदि आप स्मार्ट लेडी बनना चाहती हैं तो दूसरों की तारीफ करना आना चाहिए। किसी की तारीफ करके आप उसे अपनी मुटी में कर सकती हैं। उदाहरण के लिए यदि आप पार्टी में किसी अजनबी युवती से मिलें और उसे कहें कि तुम्हारा बात करने का स्टाइल कितना आकर्षक है, हर चीज का ज्ञान है तुम्हें, पढने-लिखने का काफी शौक है, तुम बोलती हो तो लगता है कि सुनते ही रहें।
आपके इतना कहते ही देखिये किस प्रकार वह मैडम आपके इर्दिगर्द फिरती रहेंगी। असल में जो दूसरों को यह महसूस कराये कि वह स्पेशल है तो वह खुद ही अपना खास स्थान बना लेता है और यह तारीफ करना भी एक कला है। इसमें मक्खनबाजी की गंध न आए। बातचीत में सेंस आफ ह्यूमर यानी हंसी मजाक का पुट होना भी जरूरी है। किसी भी बात को हल्के-फुल्के तरीके से कहें। चाहे बात अच्छी हो या बुरी, मुसकुराहट उसकी हर कमी को ढक लेती है।
आपके बोलने के लहजे में समय के अनुसार गंभीरता आये तो ठीक रहेगा।
किसी भी कार्य को करने में हिचक नहीं हो। हर कार्य के लिए खुद को योग्य महसूस करना स्मार्टनेस के लिए जरूरी है। जो महिला जितनी मेहनत करके आगे बढती है, उसके संघर्ष का हर कदम उसे स्मार्ट बनाता है। संघर्ष करके सफलता पाने से आत्मसम्मान आता है, जो स्मार्ट व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण अंग है। अत: संघर्ष में घबराना नहीं चाहिए। दृढ आत्मविश्वास और मोहक मुस्कान से पूर्ण व्यक्तित्व चुंबकीय आकर्षण के लिए जरूरी है और यही स्मार्टनेस की पहचान है।

Mixed Bag

Ifairer