क्योंकि आंखें कुछ कहती हैं
By: Team Aapkisaheli | Posted: 21 Jan, 2013
कहते हैं आंखों की भाषा के मुकाबले ज्यादा असर करती हैं, वह मूक बोलती हैं लेकिन आंखें जबान से ज्यादा कहती हैं, बोलती हैं और समझाती हैं। आंखों ही आंखों में सब बातें हो जाती हैं। चाहे प्यार का इजहार हो या किसी और बात का, आंखें उसे व्यक्त कर ही देती हैं। आंखों की यह भाषा बच्चो, युवा बूढे सभी अच्छी तरह से समझते हैं।
स्वस्थ और सुन्दर आंखें सौन्दर्य में चार चांद लगा देती हैं। आंखें जितनी खूबसूरत होती हैं उतनी ही कोमल और नाजुक भी। इसलिए इन्हें आकर्षक बनाए रखने के लिए उनकी उचित देखभाल जरूरी है। आंखों का सौन्दर्य बना रहे इसके लिए आवश्यक है कि उन्हें संक्रामक रोगों से बचाएं।
मेकअप के जरिए उन्हें आकर्षक बना सकती हैं। वैसे आंखों के सौन्दर्य में जो कमी आती है उसका प्रमुख कारण है कम आयु में ही आंखों के ऊपर काले निशान या घेरे बन जाना।
आंखों की थकान की वजह से भी उनकी चमक गायब हो जाती है। इसके लिए जरूरी है कि आप जब भी आंखों में थकान का अनुभव करें, उन्हें ठण्डे साफ पानी से धो लें। इससे आंखों को राहत मिलेगी। आंखों में जलन होने पर गुलाबजल की दो चार बूदें डाली जा सकती हैं।
अगर आप आंखों में सुरमा लगाती हैं तो अपनी सलाई अलग रखें। एक-दूसरे की सलाई इस्तेमाल करना ठीक नहीं है। आंखों के विशेषज्ञ बताते हैं कि काजल व सुरमे का नियमित यूज ठीक नहीं है। किसी विशेष अवसर पर ही काजल व सुरमा आदि लगाएं, नियमित नहीं।
आंखों का सही उभार तभी तक है जब तक कि उसके आस-पास की स्किन कसी हुई हो। यदि आस-पास की स्किन ढीली पड जाए तो कम आयु में ही आंखों के पास झुर्रियां या लकीरें दिखाई देने लगती हैं। इसलिए शुरू से ही इस पर ध्यान देना चाहिए।