सरिता सस्पेंड, एशियन गेम्स लेने से किया था इनकार

By: Team Aapkisaheli | Posted: 23 Oct, 2014

सरिता सस्पेंड, एशियन गेम्स लेने से किया था इनकार
नई दिल्ली। इंचियोनएशियाई खेलों में कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार करने वाली भारत की महिला मुक्केबाज लैशराम सरिता देवी के खिलाफ क़डी कार्रवाई करते हुए अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) ने उन्हें अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है। एआईबीए ने पोडियम पर विरोध जताने के लिए सरिता देवी के साथ उनके कोच जीएस संधू को भी निलंबित किया है। एशियन गेम्स के दौरान सरिता देवी ने अपने मुकाबले में पक्षपात का आरोप लगाते हुए पदक लेने से इनकार कर दिया था। भारत के अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने सरिता पर लगे प्रतिबंध का विरोध किया है। एक विवादास्पद फैसले के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए सरिता ने पदक गले में पहनने से इनकार कर दिया था। एआईबीए ने एक बयान में कहा कि एआईबीए ने सरिता के कोचों (गुरबख्श सिंह संधू, ब्लास इग्लेसियास फनां№डीज और सागरमल धायल) के अलावा इंचियोन एशियाड में भारत के दल प्रमुख रहे आदिल जे सुमेरिवाला को भी अस्थाई तौर पर निलंबित कर दिया है। उन्हें किसी भी स्तर की प्रतिस्पर्धा, बैठक और आयोजन में आगामी सूचना तक भाग लेने नहीं दिया जाएगा। यह मामला एआईबीए के अनुशासन आयोग को समीक्षा के लिए भेज दिया गया है। इसके मायने हैं कि सरिता, तमाम कोच और सुमेरिवाला कोरिया में होने वाली एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में शिरकत नहीं कर सकेंगे।
इसलिए हुई कार्रवाई
एशियन गेम्स के महिला मुक्केबाजी के सेमीफाइनल में विवादास्पद मुकाबला हारने से निराश भारतीय मुक्केबाज सरिता देवी ने अधिकारियों और दर्शकों को उस समय स्तब्ध कर दिया था, जब उन्होंने कांस्य पदक स्वीकार करने से इनकार कर दिया। लाइटवेट (60 किग्रा) मुक्केबाज उस समय हैरान रह गई थीं, जब उन्हें मेजबान देश की खिल़ाडी जिना पार्क के खिलाफ हारा हुआ करार दिया गया। पार्क ने बाद में रजत पदक जीता। सरिता स्पष्ट तौर पर दोनों मुक्केबाजों के बीच बेहतर थीं, लेकिन जजों को ऎसा नहीं लगा। भारत ने बाद में जजों के फैसले के खिलाफ अपील भी की, जो उसके खिलाफ गई। सरिता पदक समारोह में आंखों में आंसू लेकर आईं। पोडियम पर रो रहीं सरिता ने पहले तो पदक लेने से इनकार कर दिया और फिर बाद में उन्होंने पार्क को गले लगाने के बाद इसे उन्हें ही सौंप दिया। विजेंद्र ने किया समर्थन
ट्टबॉक्सिंगमें आराम से चीटिंग की जा सकती है। सरिता के साथ गलत हुआ है और मैं उनका समर्थन करता हूं। माफी मांगे जाने के बावजूद उन्होंने सरिता पर प्रतिबंध क्यों लगायाक् विजेंद्रसिंह यदिखिल़ाडी को कोई फैसला गलत लगता है, तो उस पर आपत्ति दर्ज करवाना उसका हक है। हां, सरिता थो़डी अधिक भावुक हो गईं, लेकिन इस बात के लिए उन पर बैन लगाना बिलकुल गलत है। एक प्रतिष्ठित खिल़ाडी के साथ ऎसा व्यवहार अनुचित है। उम्मीद है सरिता को मिले सपोर्ट
विजेंद्र सिंह का कहना है कि सिर्फ फैन्स या अन्य कैम्पेन से सरिता देवी जैसे पीч़डत खिलाч़डयों को फायदा नहीं होगा। इसके लिए जरूरी है कि भारतीय ओलिंपिक संघ और बॉक्सिंग एसोसिएशन मजबूती के साथ सरिता का समर्थन करें। उन्हें इस मुद्दे पर जरूर अपनी बात अंतरराष्ट्रीय संगठन के सामने रखनी चाहिए।

Mixed Bag

Ifairer