सेसा-स्टरलाइट विलय मंजूर

By: Team Aapkisaheli | Posted: 26 Jun, 2012

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सेसा-स्टरलाइट विलय मंजूर
भारत की शीर्ष 10 कंपनियों में होगी शामिल, 1,20,000 करोड रू. होगा मूल्यांकन मुंबई। इन निवेशकों द्वारा वेदांत रिसोर्सेज का पुनर्गठन का प्रस्ताव खारिज किए जाने के चार साल बाद अनिल अग्रवाल इस बार खुशकिस्मत रहे क्योंकि इस बार वह सेसा गोवा और स्टरलाईट इंडस्ट्रीज के विलय को मंजूरी दिलाने के लिए शेयरधारकों को समझाने में कामयाब रहे।

1,20,000 करोड रूपये के बाजार मूल्यांकन शीर्ष 10 भारतीय कंपनियों में शामिल हो जाएगी। 19 जून को हुई सेसा गोवा के शेयरधारको की बैठक में वेदांत समूह की 2 कंपनियों सेसा गोवा और स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के विलय पर मतदान हुआ है। 25 जून को स्टॉक एकसचेंजों में की गई घोषणा में सेसा गोवा ने कहा कि शेयरधारकों ने विलय को अपनी मंजूरी दे दी है। क ंपनी ने कहा 91.70 फीसदी वैध मतों में से 79.12 फीसदी मत प्रस्तावित योजना के पक्ष में पडे। स्टरलाइट इंडस्ट्रीज के शेयरधारकों ने भी विलय के लिए तूतीकोरिन में मतदान किया था। और विलय को अपनी मंजूदी दी थी। स्टरलाइट ने कहा कि कुल मतों में से 92 फीसदी ने विलय के पक्ष में मतदान किया। क पंनी अधिनियम के अनुच्छेद 391 के मुताबिक किसी प्रस्ताव के लिए मतदान के समय 75 फीसदी शेयरधारकों का मौजूद रहना अनिवार्य होता है।

अब क पंनियां गोवा में बंबई उच्च न्यायालय और मद्रास उच्च न्यायालय से विलय पर मंजूरी के लिए आवेदन करेंगी। वेदांत को अनुमान है कि समूची विलय प्रक्रिया वर्तमान कैलेंडर वर्ष में पूरी हो जाएगी। यह दूसरा मौका है कि जब वेदांत ने अपने कारोबार के पुनर्गठन की कोशिश की है। पहली बार वर्ष 2008 मे कपंनी को कोनकोला कॉपर माइन्स के मूल्यंाकन के मसले पर शेयरधारकों के प्रतिरोध का सामना करना पडा था। आखिरकार क पंनी को पुनर्गठन को टालना पडा था। बाजार मूल्यांकन के मुताबिक विलय के बाद यह दुनिया की सातवीं सबसे बडी धातु कपंनी और 10 वी सबसे बडी भारतीय कंपनी बनेगी। वेदांत रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने फरवरी में कहा था, निश्चित रूप से दो होल्डिंग क पंनियों की कोई जरूरत नहीं थी। इसलिए नए स्वरूप मे सेसा-स्टरलाइट सभी संपदाओं की परिचालक कपंनी होगी। सिर्फ कोनकोला कॉपर माइन्स जाम्बिया प्रत्यक्ष रूप से वेदांत के अधीन रहेगी। इस विलय के साथ सेसा-स्टरलाइट अब वेदांत के एल्युमीनियम, एल्युमिना, बिजली, लौह अयस्क, लेड, जस्ता, कॉपर, और सिल्वर कारोबार को संभालेगी।

जबकि कोनकोला कॉपर माइन्स प्रत्यक्ष तौर पर वेदांत के अधीन बरकरार रहेगी। वेदांत के मुताबिक दिसंबर 2011 तक 12 महीनों मे सेसा स्टरलाइट ने कुल 66.431 करोड रूपये 14.2 अरब डॉलर आमदनी अर्जित की और उसका एबिटा 24,953 करोड रूपये 5.3 अरब डॉलर था। जबकि उसके बहीखाते पर कुल 36,936 करोड रूपये का कर्ज था। विश्लेष्ाकों के मुताबिक संयुक्त कपंनी का बाजार मूल्यांकन 1,00,000 करोड रूपये 20 अरब डॉलर होगा या कंपनियों के अलग-अलग मूल्यांकन की तुलना में 25 फीसदी ऊपर होगा।
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