सत्यमेव जयते : घर से ही होती है बाल यौन शोषण की शुरूआत
By: Team Aapkisaheli | Posted: 13 May, 2012
आमिर खान ने अपने पहले टीवी शो सत्यमेव जयते के पहले एपिसोड में कन्या भ्रूण हत्या के मामले को जिस संजीदगी और गम्भीरता के साथ रखा, कुछ उसी अंदाज में उन्होंने समाज के दूसरे सबसे बडे मुद्दे बाल यौन शोषण को उजागर किया।
आमिर द्वारा पेश किए गए आंकडों के अनुसार देश में 53 प्रतिशत बच्चे बाल यौन शोषण का शिकार हैं। अर्थात् हर घर का दूसरा बच्चा इसका शिकार है। इनमें 23 प्रतिशत बालिकाएँ और 32 प्रतिशत बालकों के साथ घर से ही यौन शोषण की शुरूआत होती है और यह शोषण करने वाला वह व्यक्ति होता है जिस पर पूरा परिवार आंख मींचकर विश्वास करता है। देश के मासूम और सुकोमल फूल अपने ही रक्षकों द्वारा, अपने ही विश्वसनीय लोगों द्वारा कैसे और किस घिनौने अंदाज में छले जाते हैं, यह देख कर रोंगटे खडे हो गए। कार्यक्रम के प्रस्तुतीकरण के लिहाज से यह एपिसोड पहले एपिसोड के मुकाबले कमजोर रहा। लेकिन उद्देश्य की शुभता और जज्बे की ईमानदारी यह मांग करती है कि इस तरह की पहल सिर्फ और सिर्फ सहयोग, सराहना और प्रोत्साहन चाहती है।
कार्यक्रम के आरंभ में आमिर ने उपस्थित दर्शकों से देश में बाल यौन शोषण का संभावित प्रतिशत पूछा तो लोग 2 से 10 प्रतिशत तक ही सोच पाए लेकिन हकीकत का खुलासा जब 53 प्रतिशत पर हुआ तो सबका सकते में आना स्वाभाविक था। आमिर ने अनामिका, सिंड्रेला और हरीश के माध्यम से समाज में फैलती- पनपती विकृति को आंख खोलकर देखने का आह्वान किया, जो बचपन के महकते-चहकते दिनों को स्याह कर देती है। हमारे अपने ही लोग, हमारे कच्चे कोमल बच्चों को कैसे घृणित परिपक्वता और मानसिक संत्रास की शर्मनाक दहलीज पर ले जाकर खडा कर देते हैं कि वे सहज जीवन जीने के अपने मौलिक अधिकार से भी वंचित हो जाते हैं।
शो के दौरान जब कुछ लोगों ने आपबीती सुनाई, तो आमिर भी भावुक हो गए। आमिर ने शो के दौरान बच्चों को सलाह दी कि जब भी कोई परिचित या अन्य उनके संवेदनशील अंगों को छुए तो वे चुप न रहें। अपना माता-पिता को यह बात जरूर बताएं। कार्यक्रम के अंत में आमिर ने सभी से अपील की कि वे पत्र लिखकर बाल यौन शोषण रोकने के लिए एक मजबूत कानून लाने का समर्थन करें। खुद आमिर ने सख्त कानून के लिए सरकार को पत्र लिखने की बात कही। शो के दौरान युवती सिंड्रेला प्रकाश ने बताया कि जब वह 12 साल की थी तो 55 वर्षीय एक व्यक्ति ने एक दिन घर पर अकेला पाकर उसे गलत इरादे से जगह-जगह छुआ। यह व्यक्ति उसका परिचित ही था। इसी तरह सात साल के हरीश अय्यर का 11 साल तक यौन शोषण होता रहा। एक दिन जब उसने हिम्मत जुटाकर प्रतिवाद किया और शोषण करने वाले व्यक्ति को लात मारी तब से उसका यौन शोषण बंद हो गया। हरीश के मुताबिक उसकी मां उसकी बातों की गंभीरता को समझ नहीं सकीं। इस कारण लंबे समय तक उसका यौन शोषण चलता रहा।