साइना के सोने की राह में चीन बना दीवार, सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय

By: Team Aapkisaheli | Posted: 03 , 2012

शाहरूख का महिलाओं का सम्मान, शुरूआत दीपिका से करेंगे!
साइना के सोने की राह में चीन बना दीवार, सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय
लंदन। लंदन ओलंपिक में भारत को उस वक्त तगडा झटका लगा जब स्टार बैडमिंटन प्लेयर साइना नेहवाल सेमीफाइनल मुकाबले में हार गई। चीन की और दुनिया की नंबर एक खिलाडी यिहान वैंग ने साइना को लगातार दो सेटों में 21-13,21-13 से हराया। यिहान ने लगातार छठी बार साइना को हराया है। सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद साइना का गोल्ड जीतने का सपना टूट गया है। हालांकि साइना की उम्मीदें पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। वह अभी भी कांस्य पदक जीत सकती है। शनिवार को होने वाले मुकाबले में अगर साइना जीत जाती है तो कांस्य पदक पक्का है। कांस्य पदक के लिए साइना शनिवार को चीन की खिलाडी वांग जिन से भिडेंगी। वांग जिन को शुक्रवार को खेले गए दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में अपने ही देश की ली जुइरूइ के हाथों 20-22, 18-21 हार मिली। यांग के खिलाफ साइना का रिकॉर्ड काफी खराब रहा है। उन्हें चीनी खिलाडी के खिलाफ अपने पांचों मुकाबलों में शिकस्त का सामना करना पडा है। इंडोनेशिया ओपन और थाईलैंड ओपन का खिताब जीतने वाली साइना से देश को काफी उम्मीदें थी। लंदन के बेम्बली एरिना में भारत समर्थक दर्शक बडी संख्या में मौजूद थे और सायना के पक्ष में जाने वाले हर अंक के साथ स्टेडियम साइन-साइन की ध्वनि से गूंज उठता था लेकिन साइना इसका कोई फायदा नहीं उठा सकी। चौथी वरीयता प्राप्त साइना ने वांग के खिलाफ दोनों ही गेमों में पहला अंक जीतकर शानदार शुरूआत की लेकिन वह इस बढ़त को बहुत देर तक कायम नहीं रख सकी। चीनी खिल़ाडी ने 39 मिनट में सेमीफाइनल जीत लिया। सेमीफाइनल मुकाबले में हार के बाद साइना के पिता हरवीर सिंह ने कहा कि हार से साइना जरूर निराश होगी। वह अच्छा नहीं खेली। कांस्य पदक के मुकाबले के लिए उसे शुभकामनाएं देता हूं। उम्मीद है कि करता हूं कि शनिवार को वह अच्छा प्रदर्शन करेगी। साइना गुरूवार को महिला एकल में डेनमार्क की टाइन बाउन को सीधे गेम में हराकर ओलंपिक खेलों के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाडी बनीं थी। साइना ने वेम्बले एरेना में हुए क्वार्टर फाइनल में दुनिया की सातवें नंबर की खिलाडी को 37 मिनट में 21-15, 22-20 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया। बाउन के खिलाफ यह साइना की लगातार तीसरी और सात मैचों में कुल चौथी जीत थी। इससे पहले उन्होंने बीजिंग ओलंपिक 2008 में महिला एकल के `ार्टर फाइनल में जगह बनाई थी, लेकिन तब उन्हें अच्छी स्थिति में होने के बावजूद इंडोनेशिया की मारिया क्रिस्टीन यूलियांती के हाथों शिकस्त का सामना करना पडा था।
शाहरूख का महिलाओं का सम्मान, शुरूआत दीपिका से करेंगे!Next

Mixed Bag

Ifairer