जयपुर में बारिश से पांच मरे, टूटा 53 साल का रिकॉर्ड, दरकी पहाडियां, मानसागर छलका

By: Team Aapkisaheli | Posted: 22 , 2012

शाहरूख का महिलाओं का सम्मान, शुरूआत दीपिका से करेंगे!
जयपुर में बारिश से पांच मरे, टूटा 53 साल का रिकॉर्ड, दरकी पहाडियां, मानसागर छलका
जयपुर। दिन में उमस के बाद मंगलवार रात 11 बजे से लगातार हो रही झमाझम बारिश से राजधानी जयपुर में बाढ का खतरा पैदा हो गया। अचानक हुई इस बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। प्रशासन ने समस्त निजी और सरकारी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। शहर की दर्जनों कॉलोनियां जलमग्न हो गई। डूब क्षेत्रों में पानी भर गया, कच्चे मकान बह गए। अब तक पांच लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है। एक मारूति कार समेत दम्पती के बहने की भी खबर आ रही है। समीपवर्ती दौसा जिले में भी बाढ के से हालात बने हुए हैं।

जयपुर में भयानक बारिश से बाढ का खतरा पैदा हो गया है। तेज बारिश और जल भराव के चलते जयपुर का लंकापुरी बस्ती का पूरा इलाका बह गया है। लंकापुर बस्ती बह जाने से पांच लोगों की मौत हो गई है। जयपुर के कई निचले इलाकों में पानी भर जाने से राजस्थान आर्म्ड बटालियन को भी अलर्ट पर रखा गया है। ऎसा बताया जा रहा है कि तकरीबन 40 हजार लोग अब भी निचले इलाकों में फंसे हैं। राजस्थान की राजधानी का उत्तर-दक्षिण इलाका बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां शास्त्री नगर इलाका और इसके आस पास की बस्तियां खतरे में हैं। बारिश का पानी जलमहल झील में जा रहा है, ऎसे में बीच में जो भी बस्तियां हैं वो जलमग्न हो चुकी हैं। यहां लोग मकान की छत पर खडे होकर राहत कार्य का इंतजार कर रहे हैं।

वहीं, मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना जताई है। ऎसी भी खबर आई है कि सरकार की ओर से इस बात का अंदाजा ही नहीं लगाया जा सका था। सरकार की ओर से भारी बारिश के अनुमान से बेफिक्री से ही हालात बेकाबू हुए। जयसिंहपुरा खोर और आस-पास के गांवों में पानी भर गया। जिला प्रशासन ने चेनपुरा आरएसी को अलर्ट कर वहां तैनात किया। आपदा प्रबंधन के दलों को भी रवाना किया गया। भारी बारिश के चलते मुम्बई और दिल्ली रेलमार्गो को बंद कर दिया गया। शहर में करीब6 इंच बारिश (148.4 मिमी) दर्ज की गई। जयपुर, दुर्गापुरा, कनकपुरा, गांधीनगर में रेलवे स्टेशनों पर ट्रेक पर पानी भर जाने से रात करीब एक बजे से कई स्टेशनों पर ट्रेनों की आवाजाही थम गई है। लगभग आठ ट्रेनों को विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया गया है। 11.30 बजे तक 16.4 मिमी बारिश हुई थी। इसके बाद करीब तीन घंटे की झमाझम में 132 मिमी पानी बरसा। यह इस मौसम की सर्वाधिक बारिश है। करीब 53 साल बाद अगस्त माह में भारी बारिश हुई है।

इससे पहले वष्ाü 1959 में रिकॉर्ड 188.4 मिमी बारिश हुई। अगस्त माह में ही वष्ाü 2004 में 102 मिमी बारिश हुई थी। देर रात से हो रही बारिश के कारण शहर में कई इलाके जलमग्न हो गए। लोगों के घरों में पानी भर गया। कई इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भिजवाया गया। पुलिस कंट्रोल रूम व लोगों की सूचना के मुताबिक शास्त्री नगर की लंकापुरी कच्ची बस्ती, खड्डा बस्ती, भट्टा बस्ती, जवाहर नगर कच्ची बस्ती, मुरलीपुरा, सुभाष चौक, चांदी की टकसाल, जौहरी बाजार, चौडा रास्ता, वैशाली नगर, नाहरी का नाका, संजय सर्किल, गणगौरी बाजार, मालवीय नगर, सांगानेर समेत कई क्षेत्र जलमग्न हो गए। सैकडों मकानों और दुकानों में पानी भर गया। सवाई मानसिंह, जेकेलोन अस्पताल सहित शहर के विभिन्न अस्पतालों में पानी भर गया। जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पडा। जलमहल में भी पानी की भारी आवक होने के बाद ओवर फ्लो हो गया। जलमहल झील के सामने और पाल के पीछे वाली कॉलोनियों और गांव जलमग्न हो गए। तेज बारिश के चलते आगरा रोड पर यातायात को रोक दिया गया। जिला प्रशासन को नाहरगढ की पहाडियों के दरकने की भी सूचना मिली है।

उधर, परकोटा स्थित खजाने वालों का रास्ता सहित सभी बाजारों में दुकानों में पानी भरने की सूचना है। उधर, शहर की पॉश कॉलोनियों के इलाकों में भी पानी भरने की सूचना है। गोपालपुरा बायपास के पास 10बी स्कीम, मोहनपुरी क्षेत्र के कई मकानों में भी पानी भर गया। भट्टा बस्ती में दीवार ढही जिसमें 2-3 बच्चों के दबे होने की आशंका है। तेज बारिश से शहर के नाले उफान मारने लगे, वहीं पानी आने से मानसागर झील ओवरफ्लो हो गई। झील की पाल के नजदीक निकास द्वार के ऊपर से पानी उफान मारने लगा। झील के पीछे बसी कॉलोनियों में पानी भर गया। आमेर के मावठा झील, छोटा-बडा सागर बांध में तीन से पांच फीट पानी आने की सूचना है। इसी तरह प्रभातपुरी के खोल, चौमोरिया बांध, तालकटोरा में काफी पानी आया है।
शाहरूख का महिलाओं का सम्मान, शुरूआत दीपिका से करेंगे!Next

Mixed Bag

Ifairer