दादा पर बन रहा "इरादा", पटेल मिले प्रणव से, संगमा आडवाणी के द्वार

By: Team Aapkisaheli | Posted: 09 Jun, 2012

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दादा पर बन रहा
नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुनने की प्रक्रिया तेजी पकड रही है। कांग्रेस कोर ग्रुप में शुक्रवार को इस मुद्दे पर विचार-विमर्श हुआ। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल पार्टी के प्रबल दावेदार वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के कार्यालय में मिलने गए। बताया जाता है कि दोनों के बीच में राष्ट्रपति पद को लेकर बातचीत हुई। राजनीतिक हलकों में पटेल और प्रणव मुखर्जी की मुलाकात को लेकर माना जा रहा है कि इस पद के लिए दादा के पक्ष में माहौल तेजी से बन रहा है।

वहीं, अपने लिए समर्थन जुटा रहे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पीए संगमा ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देने पर विचार-मंथन हुआ। गौरतलब है कि कांग्रेस कार्य समिति पहले ही इन उम्मीदवारों के नाम तय करने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप चुकी है। सूत्रों के अनुसार अगले एक सप्ताह के अन्दर कांग्रेस अपने उम्मीदवार के नाम को अंतिम रूप दे देगी। उम्मीद की जा रही है कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की सपा नेता मुलायम सिंह यादव से होने वाली मुलाकात के बाद पार्टी उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाएगी। दोनों नेताओं की यह बैठक राष्ट्रपति चुनाव के लिए महत्वपूर्ण होगी। कोर कमेटी की बैठक में कई ज्वलंत मुद्दों पर भी चर्चा हुई।

इस बीच, पीए संगमा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी से शुक्रवार को मुलाकात कर अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांगा। संगमा ने आडवाणी से उनके निवास पर मुलाकात की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात लगभग बीस मिनट चली। संगमा ने आडवाणी से राजग की ओर से उन्हें समर्थन दिये जाने का आग्रह किया लेकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल पाया। सूत्रों ने बताया कि आडवाणी ने संगमा को बताया कि वह उनके आग्रह पर राजग नेताओं से बातचीत करेंगे। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व संगमा लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज और राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली से भी मिलकर अपनी उम्मीदवारी के लिए समर्थन मांग चुके हैं। संगमा अपनी दावेदारी की दलील में कह चुके हैं कि अभी तक कोई भी आदिवासी इस सर्वोच्च पद के लिए नहीं चुना गया है, इसलिए किसी आदिवासी को इस बार मौका मिलना चाहिए। संगमा मेघालय के आदिवासी है। संगमा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता हैं और उनकी पार्टी ने उनकी दावेदारी का समर्थन नहीं किया है जो केंद्र में सत्तारूढ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का घटक है। संगमा अभी तक कई अन्य दलों के नेताओं से मिल चुके हैं लेकिन अभी तक सिर्फ बीजूजनता दल और अन्नाद्रमुक का समर्थन मिल पाया है।
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