और कम होंगे पेट्रोल के दाम, डीजल व एलपीजी के दाम अभी नहीं बढेंगे

By: Team Aapkisaheli | Posted: 09 Jun, 2012

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और कम होंगे पेट्रोल के दाम, डीजल व एलपीजी के दाम अभी नहीं बढेंगे
कोलकाता/नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के बाद पेट्रोल की कीमतें घटाई जा सकती हैं। तेल कंपनियों ने 24 मई को पेट्रोल कीमतों में 7.54 रूपये प्रति लीटर की वृद्धि की थी। कई महीनों के दौरान यह सर्वाधिक वृद्धि थी। बाद में इसमें 2.02 रूपये प्रति लीटर की कमी की गई थी। प्रणब ने शुRवार रात यहां पहुंचने पर कहा था कि केंद्र सरकार पेंशन निधि विनियामक एवं विकास प्राधिकरण विधेयक पर तृणमूल कांग्रेस एवं उसकी अध्यक्ष ममता बनर्जी के साथ चर्चा करेगी। ज्ञात हो कि दो दिन पूर्व तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व रेल मंत्री मुकुल रॉय ने प्रधानमंत्री तथा वित्त मंत्री को पत्र लिखा था तथा इस विधेयक पर और चर्चा की इच्छा जाहिर की थी। इसके बाद मंत्रिमंडल ने इस विधेयक को रोक दिया। वहीं दूसरी ओर पिछले महीने पेट्रोल के दाम में की गई 7.50 रूपए लीटर की तीव्र वृद्धि से उपजे विरोध को झेल रही केन्द्र सरकार ने शुRवार को कहा कि वह डीजल, रसोई गैस और केरोसिन के दाम बढ़ाने पर विचार नहीं कर रही है। पेट्रोलियम मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने पत्रकारों से कहा, "मैं केवल इतना कह सकता हूं कि इस बारे में कोई विचार नहीं हो रहा है। प्राधिकृत मंत्री समूह की बैठक के लिए भी कोई तिथि तय नहीं की गई है।" ईधन मूल्य पर गठित वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी की अध्यक्षता वाले प्राधिकृत मंत्री समूह की बैठक पिछले साल जून के बाद से नहीं हुई है। हालांकि इस दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने के साथ साथ डालर के मुकाबले रूपये के दाम में काफी गिरावट आ चुकी है जिससे आयात महंगा हुआ है। तेल कंपनियों द्वारा 24 मई को बढ़ाए गये पेट्रोल के दाम का विरोध अभी तक समाप्त नहीं हुआ है। हालांकि इस दौरान पेट्रोल के दाम में 2.02 रूपए लीटर की कमी भी की गई है। विपक्षी दलों ने पेट्रोल मूल्य वृद्धि पूरी तरह वापस लेने की मांग को लेकर 22 जून से जेल भरो आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया है। सरकारी तेल कंपनियों को डीजल, एलपजी और मिट्टी तेल की उनकी लागत से कम दाम पर बिRी करने से दैनिक 475 करो़ड रूपए का नुकसान हो रहा है। तेल कंपनियों को मौजूदा दाम पर प्रत्येक लीटर डीजल पर 14.09 रूपए, राशन के मिट्टी तेल पर 32.06 रूपए प्रति लीटर का नुकसान हो रहा है जबकि 14.2 किलो के घरेलू रसोई गैस सिलेंडर पर कंपनियां 396 रूपए का नुकसान उठा रही हैं। रेड्डी ने कहा कि वह डीजल के दोहरे दाम रखे जाने पर विचार नहीं कर रहे हैं। दोहरे दाम से तात्पर्य- ट्रकों और सार्वजनिक परिवहन के लिए सस्ता डीजल और महंगी कारों के लिए बाजार मूल्य पर डीजल उपलब्ध कराया जाए।
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