खालिस्तान के पक्ष में लगे नारे, राजोआणा सम्मानित, ऑपरेशन ब्लूस्टार की 28वीं बरसी
By: Team Aapkisaheli | Posted: 07 Jun, 2012
अमृतसर/लुधियाना। अलगाववादी नारों और मौत की सजा पाए दोषी बलवंत सिंह राजोआणा को "सम्मानित" करने के बीच सिखों के पवित्र स्वर्ण मंदिर से उग्रवादियों को हटाने के लिए किए गए ऑपरेशन ब्लूस्टार की 28वीं बरसी बुधवार को अकाल तख्त ने मनाई। समारोह से पंजाब की सत्तारूढ पार्टी शिरोमणि अकाली दल दूर रही।
बरसी के मौके पर सुरक्षा बलों द्वारा ऑपरेशन में मारे गए गए लोगों की याद में स्मारक के लिए जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी गुरबचन सिंह और एसजीपीसी अध्यक्ष अवतार सिंह मक्कड के साथ पांच सिख ग्रंथियों ने शिलाएं रखीं। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने खुद को और प्रदेश सरकार को अमृतसर में चरमपंथी सिखों द्वारा ऑपरेशन ब्लूस्टार स्मारक के निर्माण से दूर रखा जबकि कांग्रेस ने उन्हें प्रदेश की "शांति के साथ खेलने" को लेकर चेताया। सेना ने 1984 को आज ही के दिन सिख उग्रवादियों के खिलाफ ऑपरेशन ब्लूस्टार शुरू किया था जिसमें उग्रवादियों की अगुवाई कर रहे जरनैल सिंह भिंडरांवाले और उसका सहयोगी स्वर्ण मंदिर में मारा गया।
जत्थेदार अकाल तख्त ने भिंडरांवाले के परिजनों को भी सम्मानित किया। एसजीपीसी और जत्थेदार अकाल तख्त ने पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी और मृत्युदंड की सजा पाए बलवंत सिंह राजोआणा को "जीवित शहीद" की उपाधि से सम्मानित किया। राजोआणा की बहन कमलदीप कौर ने यह उपाधि प्राप्त की। स्वर्ण मंदिर में एक धार्मिक समारोह के दौरान जत्थेदार अकाल तख्त ज्ञानी गुरबचन सिंह ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा- ""दुनियाभर में सिख समुदाय को ऑपरेशन ब्लूस्टार का जख्म याद है।""
जत्थेदार ने जैसे ही अपना भाषण पूरा किया, पूर्व सांसद और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान ने खालिस्तान समर्थक नारे लगाए। उनका साथ स्वर्ण मंदिर में मौजूद उनके मुटी भर समर्थकों ने दिया। प्रदेश सरकार में अकाली दल की सहयोगी भाजपा ने स्मारक का विरोध किया है और कहा है कि इन कदमों से राज्य में कट्टरवाद को बढावा मिलेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आपरेशन ब्लूस्टार में मारे गए लोगों की याद में स्मारक बनवाने और राजोआणा को सम्मानित करने की निंदा की।