ले सकती है एनसीपी यूपीए से समर्थन वापस
By: Team Aapkisaheli | Posted: 24 July, 2012
नई दिल्ली। यूपीए सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। सरकार में शामिल एनसीपी ने अपने तेवर और कडे कर दिए हैं। एनसीपी ने कांग्रेस को चेताया है कि अगर पार्टी की मांगे नहीं मानी गई तो वह सरकार से बाहर हो जाएगी। एनसीपी प्रमुख शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल पहले से ही अपने दफ्तर नहीं जा रहे हैं। दोनों नेता सोमवार को प्रणब मुखर्जी को बधाई देने अपनी निजी कार से उनके आवास पहुंचे थे। गुरूवार को एनसीपी की बैठक है। इसमें सरकार को बाहर से समर्थन देने के संबंध में फैसला हो सकता है। एनसीपी ने कहा कि यूपीए के बीच समन्वय के लिए समिति नहीं बनाई गई और घटक दलों के साथ सही बर्ताव नहीं किया गया तो वह सरकार से बाहर हो जाएगी। पार्टी ने कहा कि केन्द्र सरकार से बाहर आने का असर महाराष्ट्र की सरकार पर भी पड सकता है। वहां के मंत्री सरकार से बाहर आने के पक्ष में हैं। महाराष्ट्र में पिछले 13 साल से एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है। एक एनसीपी नेता ने कहा कि यूपीए में शामिल गैर कांग्रेसी दलों को एनसीपी की ओर से उठाई गई मांगों के प्रति सहानुभूति है। एनसीपी यूपीए में शामिल अन्य दलों के संपर्क में हैं। इस नेता ने कहा कि शरद पवार ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में जो मुद्दे उठाए थे उन पर कांग्रेस ने बैक डोर चैनल से कोई बातचीत नहीं की है। एनसीपी जिम्मेदार पार्टी है।