शराब और तंगी ने मेंहदी हसन को मार डाला
By: Team Aapkisaheli | Posted: 14 Jun, 2012
इस्लामाबाद। गजल ए शहंशाह मेंहदी हसन के इंतकाल पर पाकिस्तान के एक समाचार पत्र ने कई सवाल उठाए हैं। द डॉन समाचार पत्र में पत्रकार आसिफ नूरानी का एक लेख छपा है। लेख का शीर्षक है हू किल्ड मेंहदी हसन। अपने लेख में नूरानी कहते हैं कि हसन का वित्तीय प्रबंधन सही नहीं था। उनका परिवार बहुत बडा था। दो बीवियां और 14 बच्चे थे। हसन के परिवार में शिक्षा का माहौल नहीं था।
मेंहदी हसन का केस नूरजहां जैसा है। नूरजहां का उसी अस्पताल में इलाज हुआ था जहां मेंहदी हसन का चल रहा था। नूरजहां ने अस्पताल का सारा खर्चा खुद उठाया। मेंहदी हसन को शराब की आदत तो नहीं थी लेकिन वह अनुशासित होकर इसका सेवन नहीं करते थे। चैन स्मोकर होने के कारण स्थिति खराब हो गई। वह पान में तंबाकू का प्रयोग करते थे। मेंहदी हसन के कुछ करीबी लोगों ने उनके नाम पर खूब पैसा बनाया। यह पैसा कहां है किसी को पता नहीं।
टीवी चैनलों ने मेंहदी हसन को व्हील चेयर पर बिठाकर खूब वाहवाही बटोरी और उनके परिवार को पैसे दिए। मेंहदी साहब उन जूनियर कलाकारों को सुनते थे जो फिल्मों में गजल और गाना गाने की कोशिश कर रहे थे। नूरानी ने लिखा है कि मेंहदी हसन एक महान गायक थे। गजल गायकी में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।