एटीएस सूत्र: कानपुर आतंकी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है
By: Team Aapkisaheli | Posted: 13 July, 2021
लखनऊ। लखनऊ में रविवार को दो कथित आतंकवादियों की गिरफ्तारी के बाद हुई
जांच में पता चला है कि कानपुर आतंकी गतिविधियों का प्रमुख केंद्र है।
एटीएस के सूत्रों ने दावा किया कि मसीरुद्दीन और मिन्हाज अंसारी से पूछताछ
में पता चला है कि दोनों कानपुर के नई सड़क और चमनगंज इलाकों में मदरसों
में बार-बार आते थे, जहां कुछ अन्य सदस्यों को आतंकी गतिविधियों के लिए
प्रशिक्षित किया जा रहा था।
यह मुख्य रूप से यहीं से था कि वे अपने
हैंडलर उमर हलमंडी के संपर्क में थे, जिसका स्थान पाकिस्तान-अफगानिस्तान
सीमा पर है। हलमंडी अल-कायदा के भारतीय मॉड्यूल को नियंत्रित करता है।
एक
अधिकारी ने कहा, "कानपुर में लगभग दो दर्जन स्थानों पर इसी तरह की
गतिविधियां चल रही थीं। रहमानी बाजार के युवक उन्हें सिम कार्ड और मोबाइल
फोन की आपूर्ति कर रहे थे। उन्हें भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया
है।"
सूत्रों ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने शुरू में मई में
सिलसिलेवार विस्फोट करने की योजना बनाई थी, लेकिन तालाबंदी के कारण योजना
को बंद कर दिया गया था।
इस बीच, एटीएस की टीमें उन लोगों को
गिरफ्तार करने के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं, जिन्होंने
अपनी प्रस्तावित हड़ताल के लिए मसीरुद्दीन और मिन्हाज को वित्तीय सहायता
प्रदान की थी।
एटीएस जल्द ही दोनों को आगे की जांच के लिए कानपुर ले जाएगी और उन्हें अन्य संदिग्धों से भी आमने-सामने लाएगी।
गौरतलब
है कि गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस ने 11 जुलाई को सात घंटे के ऑपरेशन के
बाद मसीरुद्दीन और मिन्हाज अंसारी को लखनऊ के बाहरी इलाके काकोरी इलाके
में एक घर से गिरफ्तार किया था।
एटीएस की टीम ने घर से भारी मात्रा में विस्फोटक, आग्नेयास्त्र और जिंदा प्रेशर कुकर बम बरामद किए थे।
मिन्हाज
अंसारी के माता-पिता और परिवार के अन्य सदस्यों को भी ऑपरेशन के बाद
हिरासत में लिया गया था, लेकिन पांच घंटे की पूछताछ के बाद उन्हें छोड़
दिया गया। (आईएएनएस)
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