कश्मीर बाढ़ : 226000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
By: Team Aapkisaheli | Posted: 15 , 2014
नई दिल्ली। सेना और राष्ट्रीय आपदा कार्य बल (एनडीआरएफ) ने बाढ़ प्रभावित जम्मू एवं कश्मीर से 2,26,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है। यहां राहत एवं बचाव कार्य सोमवार को भी जारी है।
रक्षा मंत्रालय ने हालांकि चेतावनी दी है कि बाढ़ के पानी के हटने के बाद पानी से होने वाली बीमारियां पैदा हो सकती हैं।
कश्मीर घाटी में पिछले 50 सालों में आई सबसे भयानक बाढ़ में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने यह माना है कि अभी मृतकों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, जम्मू एवं कश्मीर में पीने लायक साफ पानी की मांग हर तरफ बढ़ गई है। एक दिन में चार लाख लीटर पानी को साफ करने वाले 20 आरओ संयंत्र और एक लाख लीटर पानी साफ करने वाले चार आरओ संयंत्र श्रीनगर भेजे जा रहे हैं।
घाटी में 5,08,000 लीटर पानी और 1,054 भोजन के पैकेट और पका हुआ भोजन बाढ़ प्रभावित इलाकों में वितरित किए जा चुके हैं।
राहतकर्मियों ने 8,200 कंबल और 1,572 तंबू वितरित किए हैं।
स्वास्थ्य कर्मियों की 80 टीमें, सेना के चार फील्ड अस्पताल स्थापित किए गए हैं। इन्होंने अब तक 53,082 मरीजों का उपचार किया है।
मशीनों से लैस दो अतिरिक्त फील्ड अस्पताल भी श्रीनगर में स्थापित किए गए हैं।
अवंतीपुर और श्रीनगर में वायुसेना की त्वरित कार्रवाई वाली स्वास्थ्य टीम तैनात की गई है।
तंबू, पानी की बोतलें और भोजन के पैकेट भी दिल्ली और अमृतसर से भेजे गए हैं।
अब तक वायुसेना और आर्मी एविएशन काप्र्स ने अपने 80 विमान और हेलीकॉप्टर राहत कार्य में लगाए हैं।
हेलीकॉप्टरों और विमानों ने 2,451 बार उ़डानें भरी हैं और वायुसेना ने 3,435 टन राहत सामग्री पहुंचाई है।
सेना ने राहत और बचाव कार्य में 30,000 सैनिकों को तैनात किया है।
वायुसेना के 220 नौकाएं और एनडीआरएफ के 148 हवा वाली नौकाएं राहत कार्य में लगी हुई हैं।
स़डक संपर्क बहाल करने के लिए सीमा स़डक संगठन ने 5,700 कर्मचारियों को तैनात किया है।