साझा प्रवेश परीक्षा : आईआईटी और सरकार में समझौते की कोशिश
By: Team Aapkisaheli | Posted: 24 Jun, 2012
नई दिल्ली। इंजीनियरिंग संकाय में दाखिले के लिए एकल प्रवेश परीक्षा संबंधी विवाद पर सरकार के अगले सप्ताह बैठक बुलाने से पहले शनिवार को आईआईटी निदेशकों ने समझौते के लिए फामूर्ले पर चर्चा की जिसमें पसेंüटाइल के आधार पर संबंधित बोडरें की मेधासूची तैयार कर शीर्ष 20 छात्रों का चयन करना शामिल है। ऎसे संकेत मिले हैं कि प्रस्तावित प्रारूप में बोर्ड परीक्षा के अंक को तवज्जो देने के स्थान पर पसेंüटाइल की प्रक्रिया को अपनाने के प्रस्ताव की रूपरेखा के बारे में संयुक्त नामांकन बोर्ड की बैठक में बताया जाएगा जिसमें आईआईटी निदेशक भी उपस्थित होंगे। इस प्रस्ताव को आम सहमति बनाने के करीब पहुंचने की दिशा में एक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। समझा जाता है कि यह प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा गतिरोध को समाप्त करने के लिए पेश किया गया है। इसे आईआईटी निदेशकों के समक्ष रखा गया है। पसेंüटाइल प्रक्रिया और जेईई मुख्य परीक्षा में प्रदर्शन के आधार पर 50 हजार छात्रों का चयन किया जाएगा और आईआईटी में दाखिले के लिए मेधा सूची बनाते समय एडवांस्ड परीक्षा में प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा। संयुक्त नामांकन बोर्ड पिछले 50 वषोंü से आईआईटी प्रवेश परीक्षा ले रहा है। आईआईटी निदेशकों ने समझौते के लिए फार्मूले पर चर्चा की जिसमें पसेंüटाइल के आधार पर संबंधित बोडरे के शीर्ष 20 से 30 छात्रों का चयन कर मेधासूची तैयार करना शामिल है। समझा जाता है कि कुछ निदेशक संयुक्त नामांकन बोर्ड में प्रस्तावित परीक्षा के बारे में चर्चा करने के खिलाफ थे और उन्होंने जोर दिया कि इस विषय पर आईआईटी परिषद की विशेष बैठक में ही चर्चा की जाए।