भारतीय जेट में चीन निर्मित नकली पुर्जे
By: Team Aapkisaheli | Posted: 23 May, 2012
वाशिंगटन। अमेरिकी सीनेट की जांच में खुलासा हुआ है कि देश के सैन्य हथियारों में चीन निर्मित नकली कलपुर्जो का धडल्ले से इस्तेमाल हो रहा है और इस बात की पूरी संभावना है कि भारत को बेचे गए जेट विमानों में भी यही कलपुर्जे लगे हैं।
सीनेट की सैन्य मामलों की समिति ने एक वर्ष की जांच के बाद पाया कि सैन्य हार्डवेयर खासकर हेलीकाप्टरों और विमानों में नकली कलपुर्जो के इस्तेमाल के 1800 मामले सामने आए। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि नकली पुर्जे एसएच 60 बी हेलिकाप्टरों, सी 130 जे हरक्यूलिस और सी 27 जे कार्गो विमानों तथा बोइंग पी08 पोसाइडन विमानों में इस्तेमाल किए गए हैं।
भारत ने हाल ही में अमेरिका से हुई रक्षा खरीद में सी 130 जे हरक्यूलिस और पी08 पोसाइडन विमान खरीदे थे। इस रिपोर्ट में हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि भारत को उपलब्ध कराए गए विमानों में भी नकली पुर्जो का इस्तेमाल हुआ था अथवा नहीं। रिपोर्ट के अनुसार सैन्य उपकरणों में इस्तेमाल 10 लाख नकली पुर्जो में से 70 फीसदी चीन निर्मित हैं।
अमेरिकी जांचकर्ता ने इस मामले की जांच के लिए चीन जाने की इच्छा जताई तो चीन सरकार ने उन्हें वीजा देने से इनकार कर दिया। चीन में निर्मित पुर्जो की वजह से अमेरिकी सेमिकंडक्टर उद्योग को सालाना 7.5 अरब डालर की चपत लग रही है और सेमिकंडक्टर उद्योग को हो रहे घाटे का खामियाजा यहां काम करने वाले उन 11 हजार अमेरिकी लोगों को उठाना पडा है जिनकी इसकी वजह से नौकरियां चली गई हैं।