असम में हिंसा, 21 मरे, राजधानी को बनाया निशाना, पीएम ने लिया हालात का जायजा

By: Team Aapkisaheli | Posted: 24 July, 2012

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असम में हिंसा, 21 मरे, राजधानी को बनाया निशाना, पीएम ने लिया हालात का जायजा
गुवाहाटी। असम के कोकराझार, चिरांग और धुबरी जिले में जातीय हिंसा में मरने वालो की संख्या 21 हो गई है। आगजनी की बढती घटनाओं के मद्देनजर कोकराझार जिले में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रशासन ने दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। कोकराझार और धुबरी में सेना तैनात की गई है। सूत्रों के मुताबिक बदमाशों ने राजधानी एक्सप्रेस को भी निशाना बनाया। उन्होंने गुवाहाटी जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस पर गोसाईंगाव में पत्थर फेंके। पत्थरबाजी के कारण राजधानी के चार कोच को नुकसान पहुंचा। हालांकि इसमें कोई यात्री घायल नहीं हुआ। उत्तर-पूर्व रेलवे के सूत्रों के मुताबिक हमले के बाद ट्रेन को पश्चिम बंगाल के कामाख्यागिरी स्टेशन पर भेज दिया गया। हिंसा के कारण उत्तर पूर्व की रेल सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है। वहां से आने वाली और जाने वाली ट्रेनें समय पर नहीं पहुंच पा रही हैं। नार्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे ने हावडा, मुंबई, दिल्ली और दक्षिण भारत को जाने वाली 11 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। राजधानी एक्सप्रेस को भी रद्द कर दिया गया है। सभी ट्रेनें कोकराझार से होकर गुजरती है। इस बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई से फोन पर बात कर हालात का जायजा लिया। उन्होंने दंगाईयों से कडाई से निपटने का निर्देश दिया है। उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लेने और हिंसा से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाने को कहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। अकेले कोकराझार में 17 की मौत. . . पुलिस सूत्रों के मुताबिक कोकराझार जिले में चार और शव बरामद किए गए। कुल 21 मौतों में से 17 कोकराझार जिले में हुई है जबकि पडोसी चिरांग जिले में चार लोगों की मौत हुई है। फकीरग्राम, सेरफानगुडी, नाराबाडी, गोसाईंगांव, दोतोमा, मोकराजन और तुलसीबाडी इलाके में आगजनी की ताजा घटनाएं दर्ज की गई हैं। यहां बदमाशों ने खाली किए जा चुके मकानों को फूंक दिया। खासतौर पर उन मकानों में आगजनी की गई है, जहां से ग्रामीण दहशत के चलते भाग गए थे। अंदरूनी इलाके में आगजनी के बाद सेना ने फ्लैग मार्च किया। सेना और पुलिस ने जोयपुर के 400 सशस्त्र अल्पसंख्यक प्रवासियों को उस वक्त रोक दिया जब वे कोकराझार शहर की ओर बढने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाई। एक अन्य घटना में बदमाशों ने सप्तग्राम में बोडोलैंड लिबरेशन टाइगर्स के एक शिविर को आग के हवाले कर दिया। कोकराझार जिले में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है। चिरांग और धुबरी जिले में रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया गया है। सूत्रों के मुताबिक निचले असम में अर्धसैनिक बलों की करीब 18 कंपनियों को तैनात किया गया है। कोकराझार और चिरांग जिला प्रशासन में मौजूद सूत्रों ने बताया कि विभिन्न राहत शिविरों में 50,000 से अधिक ग्रामीण शरण लिए हुए हैं।
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